नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला रहा है। देश में अभी 45 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई से देश में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए वैक्सीन के दरवाजे खोल दिए हैं। एक मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। लेकिन, अब वैक्सीन की कीमत को लेकर बहस तेज हो गई है। भारत बायोटेक ने अपनी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (COVAXIN) के दाम की घोषणा कर दी है। वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी अपनी वैक्सीन कोविशील्ड के दाम तय कर दिए हैं।
COVAXIN की कीमत?
भारत बायोटेक ने शनिवार देर रात को ट्वीट कर अपनी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (COVAXIN) के दाम की घोषणा की। भारत बायोटेक की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार हमने COVAXIN डोज़ की कीमतों की घोषणा की है। बयान के मुताबिक, राज्य सरकार के लिए प्रति डोज़ 600 रुपये और निजी अस्पतालों के लिए 1,200 रुपये प्रति डोज़ दिया जाएगा।
भारत बायोटेक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एम एल्ला ने कहा कि अभी उनकी कंपनी केन्द्र सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक की दर से कोवैक्सीन की आपूर्ति कर रही है और केन्द्र अपनी ओर से यह वैक्सीन मुफ्त वितरित कर रहा है।
एल्ला ने कहा, ‘‘हम यह बताना चाहते हैं कि कंपनी की आधी से अधिक उत्पादन क्षमता, केन्द्र सरकार को आपूर्ति के लिए आरक्षित की गई है।’’ उन्होंने कहा कि कोविड चिकनगुनिया, जीका, हैजा और अन्य संक्रमणों के लिए वैक्सीन विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि वैक्सीन की लागत वसूल हो।
Covishield की कीमत?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी शनिवार को प्राइवेट अस्पतालों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन के लिए दाम तय कर दिए हैं। एसआईआई ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक निजी अस्पतलों को 600 रुपए प्रति डोज के हिसाब से कोविशील्ड वैक्सीन दी जाएगी। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोविड कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत काफी कम है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने शनिवार को कोविशील्ड वैक्सीन का मूल्य शुरुआती कीमत के मुकाबले डेढ़ गुना तय करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि शुरुआती कीमत अग्रिम वित्त पोषण पर आधारित थी और अब उसे उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए और अधिक निवेश करने की जरूरत है।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने इस सप्ताह की शुरुआत में वैक्सीन की कीमत राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के साथ किसी नए करार के लिए 400 रुपये प्रति खुराक और निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति खुराक तय की थी। एसआईआई एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड का विर्निमाण करती है। वह इस समय केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक की दर से वैक्सीन की आपूर्ति कर रही है।
एसआईआई ने कहा, ‘‘भारत वैक्सीन की कीमत और वैश्विक कीमतों के बीच एक गलत तुलना की गई है। कोविशील्ड आज बाजार में उपलब्ध कोविड-19 की सबसे सस्ती वैक्सीन है।’’ कंपनी ने कहा कि शुरुआती कीमत ‘‘दुनिया भर में कम थी, क्योंकि यह उन देशों के अग्रिम वित्त पोषण पर आधारित थी, जिसमें वैक्सीन निर्माण का जोखिम शामिल था।’’ बयान में कहा गया, ‘‘भारत सहित सभी सरकारी टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए कोविशील्ड की शुरुआती कीमत सबसे कम थी।’’
कंपनी ने आगे कहा, ‘‘मौजूदा स्थिति एकदम अलग है, वायरस लगातार रूप बदल रहा है, जबकि जनता पर जोखिम बना हुआ है। अनिश्चितता की पहचान करते हुए, हमें स्थिरता सुनिश्चित करनी होगी, क्योंकि हमें महामारी से लड़ने के लिए क्षमता विस्तार में निवेश करना है और लोगों की जान बचानी है।’’ एसआईआई ने कहा कि वैक्सीन के थोड़े से हिस्से को निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति खुराक की दर पर बेचा जाएगा और यह कीमत अभी भी कई दूसरे चिकित्सकीय उपचारों की तुलना में कम है।
बता दें कि, कुछ समय पहले टीका बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एसआईआई ने कहा था कि कोविड-19 टीका ‘कोविशील्ड’ की कीमत राज्य सरकारों के लिए 400 रुपये प्रति खुराक तथा निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति खुराक होगी। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अदार पूनावाला ने यह भी कहा था कि 150 रुपए प्रति खुराक का मौजूदा अनुबंध समाप्त होने के बाद केंद्र सरकार के लिये भी दर 400 रुपये प्रति खुराक होगी।