नई दिल्ली. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने दिल्ली पुलिस से राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से निपटने की खातिर आपात सेवाओं की आपूर्ति के लिए सिंघु बार्डर पर राजमार्ग का एक तरफ का मार्ग खोलने की रविवार को अपील की। किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर समेत दिल्ली की सीमाओं पर कई महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं।
एसकेएम ने एक बयान में कहा कि किसानों ने दिल्ली की सिंघू सीमा पर राजमार्ग के एक ओर का रास्ता कोविड-19 संकट के मद्देनजर ऑक्सीजन टैंकरों एवं एम्बुलेंस का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने के लिए खाली कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त, बाहरी उत्तरी दिल्ली को लिखे पत्र में उसने अनुरोध किया कि सिंघु बॉर्डर पर राजमार्ग के एक ओर से अवरोधक हटाए जाएं, ताकि दिल्ली तक आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति हो सके।
दिल्ली को आवश्यकता से कम ऑक्सीजन मिल रही: अधिकारी
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को उसकी आवश्यकता से काफी कम चिकित्सीय ऑक्सीजन प्राप्त हुई है। दिल्ली को रोजाना 700 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है। इस मुद्दे पर जहां केंद्र और शहर की सरकार जुबानी जंग में उलझी है, वहीं शहर के अस्पतालों, खासकर निजी अस्पतालों को कोविड के गंभीर मरीजों के लिए चिकित्सीय ऑक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा, “ केंद्र सरकार ने दिल्ली का (ऑक्सीजन) कोटा प्रतिदिन 480 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 490 मीट्रिक टन कर दिया है। लेकिन हमें अभी पूरा कोटा नहीं मिला है। फिलहाल, हमें रोजाना 330-335 मीट्रिक टन की आपूर्ति मिल रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को केंद्र से बहुत समर्थन मिल रहा है और दोनों ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या को हल करने के लिए उचित तरीके से समन्वय कर रहे हैं। केजरीवाल ने शनिवार को देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर ऑक्सीजन और टैंकरों से दिल्ली की मदद करने का आग्रह भी किया था।