चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने शनिवार को लोगों को चेताया कि वह कोविड-19 टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन के नाम पर कॉल करने वाले अनजान लोगों के साथ अपनी निजी जानकारी को किसी भी कीमत पर साझा न करें। पुलिस ने लोगों को चेताते हुए कहा है कि ठग उनके द्वारा दी गई किसी भी निजी जानकारी का उपयोग उनकी गाढ़ी कमाई को हथियाने में कर सकते हैं। हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने एक परामर्श में कहा कि साइबर अपराधी मुश्किल परिस्थितियों का फायदा उठाकर लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं।
‘रहें सावधान, अपराधी यूं कर सकते हैं ठगी’
विर्क ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के नाम पर फोन कॉल, ई-मेल, व्हाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया मंचों के जरिए किसी के साथ भी अपना निजी विवरण जैसे आधार संख्या आदि साझा नहीं करें। साइबर अपराधी इनके जरिए ठगी कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि साइबर अपराधी टीकाकरण पंजीकरण के नाम पर लोगों को फोन करके निजी विवरण हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। इस तरह वे निजी जानकारी हासिल करने के बाद सत्यापन का हवाला देकर ओटीपी साझा करने को कहते हैं। उन्होंने कहा कि ओटीपी साझा करते ही आधार संख्या से जुड़े बैंक खाते से रकम साफ कर दी जाती है।
यूपी में सबसे ज्यादा लोगों को लगा टीका
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश में अब तक 54 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है। मंत्रालय ने कहा कि अब तक कुल 54,16,849 लाभार्थियों को टीका लगाया गया है, जिनमें से उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 6,73,542 लोगों को टीका लगाया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र में 4,34,943, राजस्थान में 4,14,422 और कर्नाटक में 3,60,592 लोगों को टीका लगाया गया है। इसने एक बयान में कहा कि भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने केवल 21 दिन में 50 लाख से अधिक लोगों का कोविड-19 टीकाकरण किया है।