नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 का टीका उपलब्ध होने पर टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) के तहत डिजिटल स्वास्थ्य परिचय पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। महत्वाकांक्षी एनडीएचएम कार्यक्रम की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में की थी। कार्यक्रम के अनुसार मिशन के तहत नामांकित प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य परिचय पत्र मिलेगा जो चिकित्सा सेवाओं तक उनकी पहुंच आसान करेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘एनडीएचएम, जैसा यह आज मौजूदा रूप में है, एनडीएचएम द्वारा तैयार की जा रही डिजिटल पारिस्थितिकी के तहत सेवा प्राप्त करने के लिए डिजिटल आईडी या स्वास्थ्य आईडी को आवश्यक नहीं बनाता। इसलिए यह कहना सही व्याख्या नहीं है कि यह टीकाकरण के लिए आवश्यक होगा और जिनके पास यह नहीं है, उन्हें टीका नहीं लगाया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि अगर लाभार्थियों के पास स्वास्थ्य परिचय पत्र पहीं है तो अन्य परिचय पत्र का इस्तेमाल किया जा सकता है। भूषण ने कहा कि यह लगभग चुनावी परिदृश्य जैसा होगा जहां कई परिचय पत्र का इस्तेमाल किया जाता है और किसी को वोट डालने से नहीं रोका जाता। इसी तरह कोई भी टीकाकरण से वंचित नहीं होगा। उनकी टिप्पणी ऐसे समय आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले कहा कि भारत मजबूत टीका प्रदान प्रणाली तैयार करने पर काम कर रहा है और मिशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नए स्वास्थ्य डिजिटल कार्ड के साथ इसका डिजिटल नेटवर्क इस्तेमाल किया जाएगा।