नई दिल्ली. कई देशों में कोरोना संक्रमण के खात्मे के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हो चुका है। ऐसे में अपने देश में भी अब लोग जानना चाहते हैं कि कितने और दिनों में वैक्सीन आ जाएगी और भारत में कब वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होगा। पीएम मोदी पहले ही बता चुके हैं कि कोरोना की वैक्सीन जल्द ही आने वाली है। रविवार को कोरोना वैक्सीन से संबंधित सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, "हमारी पहली प्राथमिकता टीकों की सुरक्षा और प्रभावशीलता रही है। हम उस पर कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है, शायद जनवरी के किसी भी सप्ताह में, हम भारत के लोगों को पहला COVID वैक्सीन शॉट देने की स्थिति में हो सकते हैं।"
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'पिछले 4 महीने से तैयारी कर रही है सरकार'
हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीनेशन प्रोग्राम के लिए केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर राज्य, जिला और ब्लॉक लेवल पर तैयारियों के लिए पिछले 4 महीने से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने राज्य, जिला और ब्लॉक स्तरों पर टास्क फोर्स का गठन किया है। देश भर में हजारों मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किए गए हैं। हमने राज्य स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित किया है और लगभग 260 जिलों में 20,0 00 से अधिक श्रमिकों को प्रशिक्षित किया है।पढ़ें- ममता 'दीदी' का किला ध्वस्त करने को BJP ने बनाई रणनीति, जानिए बनाया है क्या प्लान
पहले किसे दी जाएगी वैक्सीन?
उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के परामर्श के बाद, हमने COVID वैक्सीन के लिए 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता दी है। इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पुलिस, सैन्य और स्वच्छता कर्मचारी, 50 साल से ऊपर के लोग और 50 साल से कम उम्र के लोग शामिल हैं, लेकिन कुछ बीमारियों से पीड़ित हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हमारी प्राथमिकता सूची में हर कोई COVID वैक्सीन ले। हम टीका लेने में संकोच के मुद्दे को संबोधित करेंगे। लेकिन अगर कोई इसे नहीं लेने का फैसला करता है, तो हम उन्हें मजबूर नहीं कर सकते।
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'अभी सावधानी बरतने की जरूरत'
कुछ महीनों पहले देश में कोरोना वायरस के 10 लाख सक्रिय मामले थे, अभी देश में करीब 3 लाख सक्रिय मामले हैं। कोरोना वायरस के एक करोड़ मामलों में से 95 लाख से ज़्यादा मामले ठीक हो चुके हैं। हमारा रिकवरी रेट दुनिया में सबसे ज़्यादा है। मुझे लगता है कि जितनी तकलीफों से हम गुजरे हैं अब वो खत्म होने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। इतना बड़ा देश होते हुए दुनिया के दूसरे बड़े देशों के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सबसे शायद बुरा वक्त खत्म हो चुका है, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। हमें कोरोना से बचाव के लिए अभी भी कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की जरूरत है।