नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी आज कोरोना की वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि मुझे वैक्सीन लगी। मैं उम्मीद करता हूं कि जब लोगों की वैक्सीन लगवाने की बारी आए तो ज़्यादा से ज़्यादा लोग आगे आएं ताकि हम मृत्यु दर को कम कर सकें और संक्रमण को फैलने से रोक पाएं।
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने वैक्सीन लगवाने के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वैक्सीन सेफ है और लोगों को लगवानी चाहिए, तभी हम कोरोना की चेन तोड़ सकेंगे और कोरोना के किलाफ लड़ाई जीत सकेंगे। उन्होंने कहा कि लोग अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा रखें। अफवाहों पर न जाएं। वहीं उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज बहुत जरूरी है क्योंकि दोनों डोज लेने के बाद ही इम्यूनिटी लेवल सही स्तर पर आएगी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 के खिलाफ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ भारत के सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 3006 टीकाकरण केन्द्र आपस में जुडें। ज्ञात हो कि पहले चरण के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक दी जाएगी।
सरकार के मुताबिक, सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी। बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों पर टीकाकरण का खर्च सरकार वहन करेगी।