भुवनेश्वर: ओडिशा में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,558 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही सूबे में अब तक पाए गए कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,75,690 हो गई। ओडिशा के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में 66 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 5,834 पर पहुंच गई। ओडिशा में कोरोना संक्रमण की दर घटकर 2.05 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण के नए मामलों में से 904 मामले पृथक-वास केन्द्रों से सामने आए जबकि 654 मामले संपर्क का पता लगाने के दौरान सामने आए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक खुर्दा जिले में सर्वाधिक 479 नए मामले सामने आए। राजधानी भुवनेश्वर भी इसी जिले का हिस्सा है। इसके बाद कटक में 241 और बालासोर में कोरोना वायरस संक्रमण के 97 नए मामले सामने आए। कोरापुट में संक्रमण का केवल एक नया मामला सामने आया। सुंदरगढ़ जिले में इस दौरान कोविड-19 के सर्वाधिक 11 मरीजों की मौत हुई। इसके बाद कटक में 10 और खुर्दा में आठ लोगों को इस महामारी ने अपना शिकार बनाया। ओडिशा में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 16,715 हो गई है।
राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 2,039 मरीज संक्रमण मुक्त भी हुए, जिससे प्रदेश में इस जानलेवा वायरस को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर 9,53,088 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक, ओडिशा में कुल 1.61 करोड़ लोग कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ले चुके हैं, जिसमें से 38.26 लाख से अधिक लोग टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। इस बीच, कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के महापात्र ने जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और विभिन्न अस्पतालों के अधिकारियों को तैयारी करने के लिए नए निर्देश जारी किए।
स्वास्थ्य विभाग ने संभावित तीसरी लहर के लिए 610 गहन चिकित्सा सुविधा वाले बिस्तरों सहित 3,000 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था की है। इसी तरह, 32 बिस्तरों वाली बाल रोग इकाई भी स्थापित की जा रही है। ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए राज्य के 30 जिलों में ऑक्सीजन संयंत्र भी लगाए जा रहे हैं, जिन्हें अगस्त के अंत तक शुरू करने की योजना है।