नई दिल्ली: इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है और इसकी वजह से हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा दुनिया भर में 5 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। भारत में भी इस महामारी ने अपने पांव पसार लिए हैं, ऐसे में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सबसे शुक्रवार को मस्जिदों में नमाज अदा न करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में घर में ही नमाज अदा करनी चाहिए।
मदनी ने कहा, एकजुट होकर महामारी से लड़ना होगा
मौलाना मदनी ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने का सतर्कता और जागरूकता ही एक मात्र तरीका है। उन्होंने कहा, ‘जमीयत उलेमा हिंद कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने की सभी से गुजारिश करती है और इस दौरान सभी से खुले दिल से गरीबों और बेसहाय लोगों की मदद करने की अपील भी करती है।’ मौलाना मदनी ने कहा कि इस वक्त देश कठिनाइयों से गुजर रहा है और सभी को एकजुट होकर कोरोना जैसी महामारी से लड़ना होगा।
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‘लोग अपने-अपने घरों में ही नमाज अदा करें’
नमाज अदा करने को लेकर मौलाना मदनी ने कहा कि सम्पूर्ण देश में इस वक्त लॉकडाउन है इसलिए मुसलमानों को मस्जिदों के बजाय अपने-अपने घरों में नमाज अदा करनी चाहिए। मौलाना मदनी ने कहा कि मस्जिद में इमाम ही जुमे की नमाज पढ़ें। जुमा के अलावा इमाम, खादिम, मुअज्जिन अजान देकर मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज जमात के साथ अदा करें और बाकी लोग अपने अपने घरों में नमाज पढ़ें।