नई दिल्ली: दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद कोरोना वायरस महामारी की वजह से नमाजियों के लिए 31 मार्च तक बंद रहेगी। जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने सोमवार को कहा कि बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के तहत इस बाबत फैसला लिया गया है, क्योंकि विदेश से लौटने वाले कई लोग मस्जिद में नमाज अदा करने आते हैं। बुखारी ने कहा कि इस दौरान मस्जिद में अजान तो होगी लेकिन मस्जिद में लोगों को नमाज अदा करने की इजाजत नहीं होगी।
‘जुम्मे के दिन 10 हजार के पार होती है नमाजियों की संख्या’
उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनवाई गई मस्जिद में रोजाना करीब दो हजार लोग नमाज पढ़ते हैं जबकि जुमे (शुक्रवार) को यह तादाद 10,000 के पार चली जाती है। बुखारी ने कहा, ‘एहतियाती उपाय के तहत हम नमाज़ अदा करने के लिए मस्जिद को 31 मार्च तक बंद कर रहे हैं। हमने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान अपने घरों में ही नमाज़ पढ़ें।’ प्रतिष्ठित मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी लोगों से इस बीमारी से बचाव के लिए विशेष नमाज पढ़ने को कहा है।
मदनी ने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का पालन करें
जमीयत प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “अपनी सभी शैक्षिक और वैज्ञानिक प्रगति के बावजूद इंसान के पास इस बीमारी से निपटने का कोई विकल्प नहीं है। मैं देश के सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे खुद को इस महामारी से बचाने के लिए एहतियात बरतें और विश्व स्वास्थ्य संगठन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करें।