नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की पहचान के लिए सरकार की तरफ से टेस्टिंग को बढ़ाया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में 28 अप्रैल मंगलवार सुबह 9 बजे तक कुल कोरोना वायरस टेस्टिंग की संख्या 7.16 लाख को पार कर गई है, रोजाना देश में लगभग 40 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस टेस्ट हो रहे हैं, सोमवार तक यह आंकड़ा 6.66 लाख टेस्ट का था।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, हालांकि अबतक हुए कोरोना वायरस टेस्ट से पता चल रहा है कि भारत में संक्रमण की रफ्तार उतनी ज्यादा नहीं है जितनी अमेरिका, यूरोप या एशिया के देशों में देखी जा रही है। भारत में अबतक हुए कुल कोरोना वायरस टेस्ट में सिर्फ 4.10 प्रतिशत ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। देश में मंगलवार सुबह तक कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा 29435 हो गया है।
भारत में पिछले एक हफ्ते से कोरोना वायरस टेस्ट की रफ्तार बढ़ी है जिस वजह से मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है, हालांकि टेस्ट के बाद पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों की रेश्यों में हल्की कमी देखी जा रही है जो एक राहत की खबर है। हफ्ताभर पहले तक कोरोना टेस्ट के बाद पॉजिटिव पाए गए मरीजों का प्रतिशत 4.5 प्रतिशत के करीब था जो अब घटकर 4.1 प्रतिशत रह गया है।
कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउ लागू है और 3 मई तक लॉकडाउन बना रहेगा। 3 मई के बाद लॉकडाउन खुलेगा या नहीं, इसके बारे में केंद्र सरकार की तरफ से अभी कोई घोषणा नहीं हुई है। सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन को लेकर चर्चा की है।