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Covid-19 पर दुनिया भर से आई डराने वाली खबर, शरीर में मरा हुआ Coronavirus हो जाता है जिंदा

कोरोना वायरस पर दुनिया भर से लगातार डराने और हैरान करने वाली खबरें भी आ रही हैं। साउथ कोरिया और चीन से खबर आई है कि जो लोग कोरोना से लड़कर ठीक हुए उनको दोबारा कोरोना की बीमारी हो रही है।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: April 15, 2020 12:55 IST
Covid-19 पर दुनिया भर से आई डराने वाली खबर, शरीर में मरा हुआ Coronavirus हो जाता है जिंदा- India TV Hindi
Covid-19 पर दुनिया भर से आई डराने वाली खबर, शरीर में मरा हुआ Coronavirus हो जाता है जिंदा

नई दिल्ली: कोरोना वायरस पर दुनिया भर से लगातार डराने और हैरान करने वाली खबरें भी आ रही हैं। साउथ कोरिया और चीन से खबर आई है कि जो लोग कोरोना से लड़कर ठीक हुए उनको दोबारा कोरोना की बीमारी हो रही है। सबसे ज्यादा डराने वाली बात ये है कि कोरोना से दोबारा बीमार हुए लोग किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमार नहीं हुए बल्कि अपने ही अंदर मौजूद कोरोना वारयस के दोबारा एक्टीवेट होने से बीमार हुए हैं। भारत में भी फिलहाल ऐसे दो केस सामने आ चुके हैं जो ठीक होने के बाद फिर से कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

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कोरोना वायरस के इन नए लक्षणों की जानकारी साउथ कोरिया से मिली है। खबर ये है कि साउथ कोरिया में 91 लोग दोबारा कोरोना से संक्रमित हुए हैं। ये लोग पहले कोरोना के मरीज थे और ठीक होने के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था लेकिन वो दोबारा कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने साउथ कोरिया से आई इस रिपोर्ट को बहुत गंभीरता से लिया है । WHO ने भी माना है कि कोरोना से ठीक हुए मरीज जिनकी रिपोर्ट पहले निगेटिव आई थी अब कई दिनों के बाद दोबारा पॉज़िटिव आई है।  WHO का अनुमान है कि इन लोगों के दोबारा किसी अन्य  व्यक्ति से संक्रमित होने की संभावना कम है। ज्यादा संभावना इसी बात की है कि शरीर के अंदर मौजूद कोरोना वायरस ने दोबारा एक्टीवेट होकर बीमारी पैदा की है। 

WHO के द्वारा तय किए गए नियमों के मुताबिक पूरी दुनिया के अस्पतालों में कोरोना की बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की दो बार जांच की जाती है। पहली बार कोरोना की जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने पर यानी कोरोना नहीं होने पर भी 24 घंटे के बाद दोबारा जांच की जाती है और इस जांच में भी कोरोना का टेस्ट निगेटिव आने पर ही कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को डिस्चार्ज किया जाता है। 

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साउथ कोरिया पूरी दुनिया में एक मिसाल बनकर उभरा था लेकिन इन घटनाओं ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साउथ कोरिया के अभियान को बड़ा झटका दिया है। कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रेवेंशन सेंटर ने बताया है कि डायगू और नॉर्थ ग्योंगज़िंग प्रांत के आसपास 51 लोगों को दोबोरा कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है। इसके अलावा भी 40 और लोग दोबारा कोरोना पॉज़िटिव हुए हैं।

दोबारा कोरोना पॉजिटिव हुए लोगों को करीब दो हफ्ते तक क्वारंटीन भी रखा गया था लेकिन इसके बाद दोबारा किए गए टेस्टों में ये लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। साउथ कोरिया में संक्रामक रोगों के मामलों के विशेषज्ञ प्रोफेसर किम वू-जू ने ये कहकर दुनिया को और डरा दिया है। उन्होंने कहा, "दोबारा कोरोना पॉजिटिव होने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है । ये तो सिर्फ एक शुरुआत है।"

सबसे खौफनाक और डराने वाली बात ये सामने आई है कि कोविड-19 वायरस शरीर की कुछ कोशिकाओं में छुप कर रह सकता है जिसकी जानकारी किसी जांच रिपोर्ट में भी सामने नहीं आती है और बाद में यही वायरस मजबूत होकर दोबारा व्यक्ति के श्वसन तंत्र पर हमला कर देता है। चीन में एक महिला जिसको 6 फरवरी को डिस्चार्ज किया गया 26 फरवरी को जांच में दोबोरा कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी।

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