नई दिल्ली. रेलवे ने कोरोना वायरस रोगियों के लिए पृथक वार्डों में परिवर्तित किए गए 20,000 डिब्बे मुहैया कराने की अपनी योजना को आगे बढ़ाते हुए मंगलवार को कहा कि इन डिब्बों में 3.2 लाख संभावित बिस्तर समायोजित हो सकते हैं।
रेलवे ने साथ ही 16 जोन के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं। तेलंगाना के सिकंदराबाद में मुख्यालय वाला दक्षिण मध्य रेलवे 486 कोच की जिम्मेदारी संभालेगा जिन्हें रूपांतरण के लिए आवंटित किया जा रहा है। इसके बाद मुंबई मुख्यालय वाले मध्य रेलवे को 482 कोच आवंटित किए गए हैं।
रेलवे की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘ये परिवर्तित 20,000 डिब्बे पृथक जरूरतों के लिए 3.2 लाख संभावित बिस्तरों को समायोजित कर सकते हैं। 5,000 डिब्बों के रूपांतरण पर काम शुरू हो चुका है जिन्हें प्रारंभिक रूप से पृथक डिब्बे के तौर पर परिवर्तित किया जाना है।’’
रेलवे ने बयान में कहा, ‘‘इन 5,000 डिब्बों में 80,000 बिस्तरों की क्षमता होगी। एक डिब्बे में पृथक रखने के लिए 16 बेड होने की उम्मीद है।’’ केवल गैर-वातानुकूलित आईसीएफ स्लीपर डिब्बे को पृथक डिब्बे में परिवर्तित करने के वास्ते उपयोग किए जाने की योजना बनाई जा रही है।