नई दिल्ली: न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का स्वागत किया है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस संकट पर समाचारों का प्रसारण करते समय सोशल मीडिया पर चल रही 'फर्जी खबरों' से बचना चाहिए और लोगों की शंकाओं-भ्रांतियों को दूर करना चाहिए।
एनबीए अध्यक्ष रजत शर्मा की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया- 'एनबीए 31.3.2020 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करता है और इस बात से सहमत है कि मीडिया को जिम्मेदारी से रिपोर्टिंग करनी चाहिए और कोरोना वायरस संकट पर समाचारों का प्रसारण करते समय सोशल मीडिया पर चल रही 'फर्जी खबरों' से बचना चाहिए एवं भ्रांतियों को दूर करना चाहिए।'
एनबीए ने कोरोना वायरस की कवरेज को लेकर भारत सरकार की पहल पर प्रसन्नता जताई है। बयान में कहा गया 'एनबीए को इस बात की प्रसन्नता है कि लोगों के संदेह को दूर करने के लिए भारत सरकार द्वारा सोशल मीडिया समेत मीडिया के सभी माध्यमों पर एक दैनिक बुलेटिन उपलब्ध कराया जाएगा। इससे किसी भी तरह के संदेह को दूर करने में मीडिया को मदद मिलेगी और वे एकदम सही रिपोर्टिंग करने में सक्षम हो सकेंगे।'
एनबीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने प्रेस की स्वतंत्रता पर सुप्रीम कोर्ट के इरादे की सराहना भी की। उन्होंने अपने बयान में कहा- 'एनबीए इस बात की सराहना करता है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रेस की स्वतंत्रता को स्वीकार करते हुए कहा है कि महामारी के बारे में खुली चर्चा, बहस और कवरेज में हस्तक्षेप करने का उसका कोई इरादा नहीं है।'