नयी दिल्ली: सभी केन्द्रीय मंत्रियों को सोमवार से अपने-अपने कार्यालयों से काम शुरू करने और लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की योजना बनाने के लिये कहा गया है। सूत्रों ने शनिवार को कहा कि सभी मंत्रियों से कहा गया है कि संयुक्त सचिव और उससे ऊपर की रैंक के अधिकारी अपने अपने विभागों में काम शुरू करें। इसके अलावा प्रत्येक मंत्रालय में आवश्यक कर्मचारियों के एक तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना जरूरी है। सूत्रों के अनुसार सरकार कोविड-19 के हॉस्पॉट और लॉकडाउन खत्म होने के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के उपायों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है।
भारत में कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 7529 हो गए है। इस वायरस के शुक्रवार को 1035 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इस वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 242 हो चुकी हैं और अब तक 642 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत ने तेजी से तैयारी की है। देश में 586 कोरोना वायरस समर्पित अस्पताल और 1 लाख से अधिक आइसोलेशन बेड और 11,500 ICU बेड हैं। उन्होनें बताया कि देश में कोविड-19 से अति प्रभावित क्षेत्रों की पहचान के लिए सरकार ने पहले ही जरूरी कदम उठाये।