वायनाड (केरल): कोरोना वायरस ने केरल के वायनाड जिला पुलिस को बुरी तरह प्रभावित किया है क्योंकि तीन पुलिसकर्मियों के कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद एहतियात के तौर पर पुलिस अधीक्षक सहित करीब 70 कर्मी पृथक हो गए हैं। मननथावाडी पुलिस थाने के तीन पुलिसकर्मियों के कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक आर इलांगो ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने और अन्य पुलिसकर्मियों ने स्वयं को पृथक करने का निर्णय किया है क्योंकि वे थाने में कुछ अन्य सहयोगियों के साथ सम्पर्क में आये हैं।
मननथावाडी पुलिस थाने में एक मामले के संबंध में एक व्यक्ति से पूछताछ के बाद उसके नौ मई को कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद एक पुलिस उपाधीक्षक सहित 24 कर्मी तीन दिन पहले जांच के लिए अपने नमूने देने के बाद पृथक-वास में चले गए थे। 24 में से अभी तक 18 की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है और तीन कर्मी बुधवार को संक्रमित पाये गए। इसके बाद थाने को सेनेटाइज किया गया और इसे वस्तुत: बंद कर दिया गया है और इन कर्मियों के सम्पर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों ने एक जांच चौकी पर उपाधीक्षक के साथ लगभग एक घंटे बातचीत की थी। इसके बाद 40 पुलिसकर्मियों ने स्वयं को पृथक करने का निर्णय किया गया है। राज्य में तीन पुलिसकर्मियों के संक्रमित पाये जाने के बाद केरल के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने कहा कि बल को सभी एहतियाती कदम उठाने चाहिए और वायरस के खिलाफ लड़ाई में बिना किसी भय के आगे बढ़ना चाहिए। इस बीच जिला स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने कहा कि तीन पुलिस कर्मियों की जांच रिपोर्ट बुधवार को आने के बाद मानक संचालन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
संक्रमित पाये गए एक पुलिसकर्मी को सुल्तान बाथरी पुलिस थाना और मुथंगा क्षेत्र भेजा गया था जहां उपाधीक्षक और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इसे पुलिस विभाग द्वारा एक चूक के तौर पर देखा जा रहा है। यद्यपि पुलिस सूत्रों ने कहा कि जिन 24 पुलिसकर्मियों के नमूने सोमवार को लिये गए थे उन्हें किसी ने भी पृथक रहने के लिए नहीं कहा था। साथ ही किसी ने उन्हें यह नहीं कहा था कि उन्हें ड्यूटी पर नहीं आना है।