नोएडा. नोएडा की फैक्ट्री में काम करने वाला एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। ये शख्स दिल्ली का रहने वाला है। मामला सामने आने के बाद पूरी फैक्ट्री के कर्मचारियों को सर्विलांस पर रख गया है। नोएडा के फेज-2 इलाके में ये फैक्ट्री स्थित है। ये शख्स हाल ही में फ्रांस और चीन की यात्रा करके लौटा है। पूरी फैकट्री को सेनिटाइज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी में 707 के करीब लोग काम करते हैं। फैक्ट्री को फिलहाल बंद कर दिया गया है और फैक्ट्री को सेनेटाइज किया जा रहा है। फिलहाल किसी को यहां आने की अनुमति नहीं है।
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अबतक कोरोनावायरस के कुल 11 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोनावायरस ने उत्तर प्रदेश के व्यापार भी असर डालना शुरू कर दिया है। इसके कारण पर्यटन से लेकर कई सेक्टर पटरी से उतर गए हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे तो लोगों पर मंहगाई की मार पड़ने लगेगी। सागा टूर एंड ट्रैवेल्स के अनुराग श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया कि शुरुआत से लेकर अब तक उत्तर भारत में दिल्ली और यूपी के अंदर 200 अरब रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ है। सब एयरलाइंस और टूरिज्म मिलाकर देंखे तो लंबा नुकसान हुआ है। यहां पर चीन, सिंगापुर व थाईलैंड से पर्यटकों का आना बंद हो गया है। फ्लाइटें बंद हो गई हैं। इस तरह कोराना की दहशत ने व्यापार को काफी प्रभावित किया है।
उन्होंने बताया कि अच्छी-अच्छी एयरलाइंस अपने जहाज को कैंसिल कर दी है। क्रूज भी रद्द हो रहे हैं। लोगों का एडवांस बुकिंग वाला पैसा भी फंस चुका है। अगर कुछ दिनों तक यही हालत रही तो सबका धंधा चौपट हो जाएगा। एक अन्य ट्रैवेल्स कंपनी के मालिक ज्ञानेश्वर ने बताया कि एक तरफ पर्यटक घट रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ टूर पैकेज की बुकिंग एक माह में 90 प्रतिशत तक घट गई है। सिंगापुर, थाईलैंड, दुबई जैसे देशों की बुकिंग करवा चुके लोग पैकेज रद्द कर रहे हैं।
मोबाइल करोबारी नीरज जौहरी ने बताया कि मोबाइल एक्सेसरीज में इसका करीब 20 से 25 प्रतिशत का असर पड़ा है। छोटे-छोटे आइटम महंगे हुए हैं और सबसे बड़ी बात आसानी से मिल भी नहीं पा रहे हैं। बजार में माल बहुत कम दिख रहा है। स्टेशनरी व्यापारी जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 25 से 30 प्रतिशत चइना का आइटम है। चाइना से माल 100 प्रतिशत बंद है। हर माल में 20 से 30 प्रतिशत तक दाम बढ़े हैं। अप्रैल में इसका और ज्यादा असर होगा। इसके विकल्प की कोई तैयारी नहीं है। इसके परिणाम भी घातक हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि फाइल, फोल्डर, पेंसिल, कटर, शार्पनर जैसे सैकड़ों आइटम यहां चाइना से बनकर आते हैं।
लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी मयंक रस्तोगी ने बताया कि कोरोना की दहशत का असर दवाओं के रॉ मैटेरियल (कच्चा माल) पर ज्यादा पड़ा है। चीन से कच्चा माल लेने के कारण सस्ता पड़ता था, लेकिन माल न आने के कारण ये सब काफी महंगे हो गए हैं। मास्क और सैनिटाइजर की बहुत ज्यादा खपत है। इस कारण इसके दाम करीब दो गुना हो गए हैं। अगर यह और बढ़ा तो दवा व्यापार में इसका ज्यादा असर पड़ सकता है। थोक दवा विक्रेता रमेश सिंह का कहना है दवा कारोबार पर कोरोना का असर तो है ही, मार्च क्लोजिंग की वजह से भी कम दवाइयां मंगाई जा रही हैं।
उप्र के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक उप्र में कोरोना वायरस के 11 मामले पॉजिटिव मिले हैं। उन्होंने कहा कि वहीं 3253 मामले निगेटिव मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हालात पर नजर रखने के लिए सेना और रेलवे के चिकित्सकों की भी मदद ली जाएगी। 820 बेड को आइसोलेशन सेंटर में स्थापित किया गया है। लगभग 800 डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया गया है।
इनपुट- IANS