नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। गुरुवार शाम 6 बजे तक कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 12,759 हो गए हैं। देश में इस बीमारी की वजह से 420 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस वार्ता में बताया कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों के अब सार्थक परिणाम दिखने लगे हैं और इसी का नतीजा है कि देश में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ी है। साथ ही देश के 325 जिले संक्रमण से मुक्त हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू किये गये लॉकडाउन (बंद) के अब परिणाम मिलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण से प्रभावित हुये 17 राज्यों के 27 जिलों में पिछले 14 दिन से संक्रमण के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुयी है। इसी प्रकार पुडुचेरी के माहे जिले में पिछले 28 दिनों में संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि यह संक्रमण की श्रंखला के टूटने का स्पष्ट प्रमाण है। अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण प्रभावित जिन जिलों में दो सप्ताह से एक भी मरीज नहीं मिला है, उनमें बिहार का पटना, पश्चिम बंगाल में नादिया, राजस्थान में प्रतापगढ़, गुजरात में पोरबंदर, गोवा में दक्षिणी गोवा, उत्तर प्रदेश में पीलीभीत, जम्मू कश्मीर में राजौरी, उत्तराखंड में पौढ़ी गढ़वाल, छत्तीसगढ़ में राजनंदगांव, कर्नाटक में बेल्लारी, केरल में वायनाड, हरियाणा में पानीपत और मध्य प्रदेश में शिवपुरी जिला शामिल है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर तीन मई तक करने की घोषणा के बाद बुधवार को गृह मंत्रालय ने संक्रमण की अधिकता वाले 170 हॉटस्पॉट जिले और 207 संभावित हॉटस्पॉट जिलों को चिन्हित कर इनमें सघन संक्रमण रोधी अभियान चलाने के राज्य सरकारों को निर्देश दिये हैं। अग्रवाल ने कहा कि 20 अप्रैल तक संक्रमण मुक्त 325 जिलों सहित देश के अन्य सभी जिलों में कोरोना संक्रमण को रोकने के उपायों का सख्ती से पालन और आंकलन किया जा रहा है। अग्रवाल ने कहा कि देश में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ रही है, यह एक अच्छा संकेत है।
संवाददाता सम्मेलन में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा.रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया कि कोरोना वायरस के त्वरित परीक्षण (रेपिड टेस्टिंग) की दो किस्म की पांच लाख किट की आपूर्ति हो गयी है। देश में अब तक 2,90,401 कोविड-19 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटों में हुई 30,043 जांच शामिल हैं। उन्होंने बताया कि भारत को चीन की दो कंपनियों से त्वरित एंटीबॉडी जांच किट समेत पांच लाख जांच किट की आपूर्ति हो गयी है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ये किट त्वरित परीक्षण के लिये इस्तेमाल नहीं की जायेंगी बल्कि संक्रमण प्रभावित इलाकों में संक्रमण की निगरानी के लिये इनका इस्तेमाल होगा।