नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर चर्चा के लिए सरकार ने 4 दिसम्बर को सर्वदलीय बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सदन में पार्टियों के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी।
कोरोना को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े?
भारत में इस महीने सातवीं बार एक दिन में कोविड-19 के 40,000 से कम मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 94.31 लाख से अधिक हो गए, जिनमें से 88,47,600 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार एक दिन में 38,772 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 94,31,691 हो गए। वहीं 443 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,37,139 हो गई।देश में कुल 88,47,600 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 93.81 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। देश में लगातार 20वें दिन भी उपचाराधीन लोगों की संख्या पांच लाख से कम है। आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 4,46,952 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 4.74 प्रतिशत है।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 29 नवम्बर तक 14,03,79,976 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 8,76,173 नमूनों का परीक्षण रविवार को ही किया गया।
आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 443 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 85, दिल्ली के 68 , पश्चिम बंगाल के 54, केरल के 27, हरियाणा के 26 और उत्तर प्रदेश के 24 लोग थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में अभी तक कुल 1,37,139 लोगों की मौत वायरस से हो चुकी है। इनमें से महाराष्ट्र के 47,071, कर्नाटक के 11,765, तमिलनाडु के 11,703, दिल्ली के 9,066, पश्चिम बंगाल के 8,376 , उत्तर पद्रेश के 7,742, आंध्र प्रदेश के 6,988, पंजाब के 4,780, गुजरात के 3,969 और मध्य प्रदेश के 3,250 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।