नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में भारत में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। गुरुवार को देश भर में कोविड-19 के 781 नए मामले सामने आए। किसी एक दिन में कोरोना के संक्रमण का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले बुधवार को एक दिन में 598 कोरोना के नए मामल दर्ज किए गए थे। बीते हफ्ते भर से कोरोना के संक्रमण के नए मामलों की संख्या 500-600 के जोन में होती थी।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कुछ हफ्ते पहले कोरोना वायरस को लेकर रैंडम सैंपलिंग के जरिए जांच शुरू की थी। इस जांच का मकसद यह पता करना था कि कहीं कोरोना वायरस कम्यूनिटी ट्रांसमिशन यानी सामुदायिक स्तर पर संक्रमित तो नहीं कर रहा है। सामान्य भाषा में कहें तो तीसरी स्टेज में तो नहीं पहुंचा। ICMR ने अब जो रिपोर्ट दी है उससे इस बात की ओर इशारा मिला है कि देश में मौजूद कुछ क्लस्टरों में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो चुका है।
फरवरी से लेकर 2 अप्रैल तक ICMR ने कोरोना वायरस से बीमार 5911 संदिग्ध मरीजों का सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) टेस्ट किया है। पता चला है कि इनमें से 104 यानी 1.8 फीसदी कोरोना प़ॉजिटिव हैं। ये टेस्ट देश के 15 राज्यों के 36 शहरों में किए गए। गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और केरल वो राज्य हैं जिनमें 1 फीसदी से ज्यादा SARI केस हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने ICMR के अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा ‘आरओ’ कोरोना वायरस के संक्रमण का औसत कहीं-कहीं 1.5 और चार के बीच है। आरओ गणितीय शब्दावली है। इससे पता चलता है कि महामारी का प्रसार किस तरह हो रहा है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि एक संक्रमित व्यक्ति से औसतन कितने लोग संक्रमित होंगे।
वहीं देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए ICMR ने अब अपनी टेस्टिंग स्ट्रैटेजी को एक बार फिर बदलने का फैसला लिया है। ICMR अब कंफर्म केसों के डायरेक्ट संपर्क में आए और हाई-रिस्क कॉन्टैक्ट्स की भी टेस्टिंग करेगा। जिन डायरेक्ट और हाई-रिस्क कॉन्टैक्ट्स में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होंगे, उनका भी एक बार टेस्ट किया जाएगा। पॉजिटिव केस के संपर्क में आने के पांचवें से 14वें दिन के बीच के एक बार टेस्ट किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकडो़ं के मुताबिक, देश में कुल कंफर्म केस 6412 पहुंच गए हैं। अब तक 199 लोगों की जान इस वायरस के कारण जा चुकी है, जबकि 504 लोग डिस्चार्ज किए गए हैं। इस महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 15,000 करोड़ रुपये के 'कोरोना वायरस इमरजेंसी हेल्थ केयर फंड' को मंजूरी दी है।