अगरतला। मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब द्वारा त्रिपुरा को कोविड-19 मुक्त घोषित किए जाने के कुछ दिन बाद राज्य में संक्रमण के मामलों में खासी वृद्धि देखने को मिली और दो मई से एक सप्ताह के अंदर राज्य में 130 लोग संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी मामले धलाई जिले की बीएसएफ की दो बटालियन के हैं। ताजा मामलों को ध्यान में रखने हुए राज्य सरकार ने धलाई जिले को रेड जोन और बटालियन मुख्यालय,गंदचेर्रा में आधार शिविर, बांग्लादेश की सीमा से लगे करीना और कमलपुर कस्बों सहित पांच स्थानों को संक्रमण प्रभावित क्षेत्र चिह्नित किया है।
संक्रमण के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) एस के राकेश ने कहा, ‘‘मामलों में अचानक वृद्धि हुई है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि संक्रमण आगे नहीं फैलेगा क्योंकि यह बीएसएफ बटालियन के मुख्यालय तक ही फैला है। हालांकि, हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। वर्तमान में सरकार जीबी पंत अस्पताल में सुविधाओं का उन्नयन कर रही है।’’ बता दें की दो मई को बीएसएफ के दो जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसके अगले ही दिन 12 और जवान संक्रमित पाए गए। इसी तरह अगले कुछ दिनों तक संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती रही। फिलहाल त्रिपुरा में 132 संक्रमित लोग उपचाराधीन हैं।
प्रमुख सचिव (गृह) बरुण कुमार साहू ने बीएसएफ के त्रिपुरा फ्रंटियर आईजी सोलोमन मिंज को लिखे पत्र में हाल ही में हुए कोविड-19 संक्रमण के मामलों की वृद्धि की जांच के लिए कहा था। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि धलाई में लोग मामलों में अचानक वृद्धि के कारण घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि राज्य में सामुदायिक संचरण का कोई मामला नहीं है।