नई दिल्ली: कोरोना वायरस से प्रभावित चीनी शहर वुहान से भारत लाए गए और दिल्ली में आईटीबीपी के एक शिविर में रखे गए करीब 400 लोगों में से तकरीबन 200 को सोमवार को छुट्टी दे दी गयी। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। इस केंद्र में कुल 406 लोगों को रखा गया था। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने बताया कि इस केंद्र में रखे गए सभी 406 लोगों की कोरोना वायरस की अंतिम जांच के नतीजे नकारात्मक रहे। इसके बाद पहले जत्थे को सोमवार को छुट्टी दे दी गयी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आज रात तक लगभग 200 लोग चले जाएंगे। बाकी लोगों को उनके यात्रा कार्यक्रमों के अनुसार मंगलवार को या बाद के दिनों में भेजा जाएगा।’’ पांडेय ने बताया कि पहले जत्थे में मालदीव के सात नागरिक भी शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी छावला इलाके में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) शिविर का दौरा किया और वहां लोगों से बातचीत की।
उन्होंने वायरस से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और इस संदर्भ में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लोगों को बताया। मंत्री ने सभी लोगों को स्मृति के रूप में गुलाब और एक पैकेट दिया, जिसमें आईटीबीपी का सालाना कैलेंडर था। लोगों ने सरकार, चिकित्सा कर्मचारियों और आईटीबीपी कर्मियों को उचित भोजन, स्वच्छता, गर्म पानी, इनडोर खेल और मनोरंजन सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद दिया।
शिविर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बल उन लोगों को आधिकारिक वाहन की सुविधा भी प्रदान कर रहा है, जो हवाईअड्डे, रेलवे स्टेशन या बस अड्डे पर जाना चाहते हैं। यह सुविधा उन्हें भी दी जा रही है जो राष्ट्रीय राजधानी के निवासी हैं या जिनका कोई रिश्तेदार यहां है। चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते एक और दो फरवरी को एअर इंडिया के दो 747 बोइंग विमानों से कुल 650 लोगों को भारत लाया गया था। इनमें से 406 को आईटीबीपी के शिविर में और शेष अन्य को हरियाणा के मानेसर में सेना के एक केंद्र में पृथक कर रखा गया था।