भयावह कोरोना संकट से जूझ रहे देश को फिलहाल इस महामारी से निजाद मिलने की कोई संभावना नहीं है। विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार भारत की स्थिति गंभीर है और जल्द इससे कोई छुटकारा नहीं मिलने वाला है। वहीं डॉक्टरों ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर भी अनुमान लगाया है कि इस साल कोरोना की वैक्सीन नहीं आ सकती है। संभव हुआ तो अगले साल की पहली तिमाही में कोरोना की वैक्सीन जरूर बाजार में आ सकती है।
दिल्ली के सुप्रसिद्ध सर गंगाराम हॉस्पिटल के वाइस चेयरमैन् डॉ.एसपी ब्योत्रा ने बताया कि भारत में फिलहाल कोरोना के मामले थमने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना का कर्व अभी फिलहाल सीधा होता नहीं दिख रहा है। संभव है कि जुलाई के मध्य तक कोरोना का पीक देखने को मिले। साथ ही उन्होंने कोरोना की वैक्सीन के बारे में बताया कि कोरोना की वैक्सीन पर भारत सहित दुनिया भर में काम चल रहा है। लेकिन ये इस साल बाजार में नहीं आएगी। संभावना है कि यदि वैज्ञानिकों को सफलता मिली तो अगले साल की पहली तिमाही में कोरोना की वैक्सीन अवश्य मिल सकती है।
24 घंटे में रिकॉर्ड 10956 नए केस
देश में 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस के नए मामले आने और कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वालों के आंकड़े रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना वायरस की वजह से 396 लोगों की जान गई है जो एक दिन में मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देशभर में अबतक कोरोना वायरस की वजह से 8498 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना वायरस के 10956 नए केस आए हैं जो एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं। अब देश में कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 297535 हो गया है। हालांकि देश में कोरोना वायरस को हराकर ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है और पिछले 24 घंटे में 6165 लोग ठीक हुए हैं। देश के कुल 297535 कोरोना वायरस मामलों में 147194 लोग ऐसे हैं जो पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। भारत में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 49 प्रतिशत को पार कर चुका है।