नई दिल्ली। कोरोनावायरस को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक दिल्ली के सभी स्कूल और सिनेमा हॉल बंद कर दिए हैं। दिल्ली में कोरोनावायरस के अभी तक 6 मामले सामने आए हैं लेकिन इसे और फैलने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक सिनेमा हाल और स्कूल कॉलेज को बंद करने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार का यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की उस अपील के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं लेकिन इससे सावधानी बरतने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से एक बार फिर अपील की है कि कोरोना वायरस से घबराएं नहीं लेकिन इसको लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हेंडल से जनता से नहीं घबराने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न हुई स्थिति के बारे में सरकार को पूरी जानकारी है और जनता की सुरक्षा के लिए सभी मंत्रालयों और राज्यों ने अलग-अलग कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा है कि केंद्र सरकार का कोई भी मंत्री आने वाले दिनों में विदेशी की यात्रा नहीं करेगा।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 12 मार्च तक देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है जिनमें 56 भारतीय हैं और बाकी 17 विदेशी नागरिक हैं। भारतीय नागरिकों के सामने आए अबतक के 56 मामलों में से 6 मामले अकेले दिल्ली के ही है। दिल्ली में किसी भी विदेशी नागरिक में कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 12 मार्च तक सबसे अधिक भारतीय मामले केरल में पाए गए हैं जिसके बाद महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश का नंबर है। हरियाणा में भी मामले हैं लेकिन वे सभी विदेशी नागरिक हैं।
हरियाणा में कोरोना महामारी घोषित
गुरुवार को हरियाणा सरकार ने घातक कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुधवार तक 44 संदिग्ध मामलों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया, जिनमें से 38 की रिपोर्ट नकारात्मक आई है और छह की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट में कहा, “कोविड -19 को हरियाणा में महामारी घोषित किया गया है।” किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 270 से अधिक पृथक वार्ड बनाए गए हैं जहां 1206 बिस्तरों की व्यवस्था रखी गई है। रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल को गंभीर मरीजों के इलाज के लिए तृतीय श्रेणी का स्वास्थ्य केन्द्र घोषित किया गया है।