नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित मरीजों की संख्या 6 लाख से अधिक हो गई है। कोरोना वायरस वर्ल्डोमीटर के मुताबिक शुक्रवार को दोपहर तीन बजे तक दुनियाभर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 601,536 हो गई। वहीं मरने वालों की संख्या 27,441 पर पहुंच गई। वर्ल्डोमीटर ने बताया कि रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 133,454 है।
अमीर देशों के साथ ही कम आय वाले देशों में भी उभरीं चिंता की लकीरें
एक ओर जहां यूरोप और अमेरिका कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर लगाम लगाने के लिए जूझ रहे हैं वहीं सहायता समूहों ने आगाह किया है कि उचित कदम न उठाने पर कम आय वाले देशों और सीरिया तथा यमन जैसे युद्धग्रस्त देशों में लाखों लोग जान गंवा सकते हैं जहां साफ-सफाई की स्थिति पहले से ही बदतर है।
अफ्रीकी संघ के अनुसार, अफ्रीका में आधिकारिक संख्या अब भी कम है। वहां शुक्रवार तक 83 लोगों की मौत हुई और 3200 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए। इंटरनेशनल रेस्क्यू कमिटी (आईआरसी) ने एक बयान में कहा, ‘‘शरणार्थी, अपने घरों से विस्थापित हुए परिवार और संकटग्रस्त इलाकों में रह रहे लोग इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित होंगे।’’ आईआरसी की मिस्टी बुसवेल ने कहा कि युद्धग्रस्त सीरिया में विद्रोहियों के अंतिम गढ़ इदलिब प्रांत जैसे इलाके खतरे में हैं जहां इस महामारी के फैलने से पहले ही मानवीय संकट है।
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने आगाह किया कि दुनियाभर में तीन अरब लोगों की पानी और साबुन तक पहुंच नहीं है जो इस संक्रामक रोग के खिलाफ रक्षा के मूल हथियार हैं। यमन में इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस ने रविवार को ट्वीट किया कोरोना वायरस के खिलाफ बचाव का सबसे प्रभावी तरीका बार-बार हाथ धोना है लेकिन यमन की आधी से अधिक आबादी का क्या जिनके पास स्वच्छ पानी तक नहीं है?