नई दिल्ली. देश में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 1463 नए मरीज सामने आए हैं और 60 लोगों की मौत हुई है। नए मरीज सामने आने के बाद सामने आए के बाद 28 हजार 380 मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों में से 21 हजार 132 एक्टिव केस हैं। 6 हजार 362 कोरोना वायरस को मात दे चुके हैं और 886 मरीजों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा वक्त में हमारा रिकवरी रेट 22.17 फीसदी हो चुका है और अच्छी खबर यह है कि हमारे रिकवरी रेट में इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के 19 जिलों में पिछले 28 दिनों से कोई केस सामने नहीं आया है। इन जिलों में 24 अप्रैल से अब तक तीन और जिले जुड़े हैं। महाराष्ट्र का गोंदिया, कर्नाटक का दावणगेरे और बिहार का लखीसराय जिला है। फिलहाल, 85 जिले हैं, जहां पिछले 14 दिनों में कोई केस नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि 'आज प्रधानमंत्री जी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बात की। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से सजग रहें, सचेत रहें कहा। रेड जोन और ऑरेंज जोन में पड़ने वाले सभी जिलों में सख्ती रखते हुए चैन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ा जाए।' वहीं, कोरोना वायरस को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने बताया कि देश में 2 करोड़ से ज्यादा मजदूरों को रोजगार दिया गया है। संवाददाता सम्मेलन में गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने इस बात की जानकारी दी।
सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि देश में 80 फीसदी मंडियों का संचालन शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा करीब दो करोड़ से ज्यादा मजदूरों को देश में रोजगार दिया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे के मुताबिक, करीब 60 फीसदी फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स शुरू हो गई हैं। वहीं, SEZ ने 2825 इकाइयां और इसके अलावा 350 एक्सपोर्ट ऑरियंटेड यूनिट्स भी क्रियाशील हो चुकी हैं।गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्यों से, ईंट-भट्टों के संचालन से और सड़क परियोजनाओं इत्यादि के शुरू होने से स्थानीय और प्रवासी मजदूरों को फिर से रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इन सब कामों को करते हुए सावधानी बरतनी जरूरी है।