Highlights
- भारत में कोविड-19 के 9,283 नए मामले सामने आए
- अबतक 4,66,584 लोगों की कोरोना से मौत
- उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत
नई दिल्ली. भारत में कोविड-19 के 9,283 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,45,35,763 हो गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,11,481 रह गयी जो 537 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 437 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,66,584 पर पहुंच गयी।
कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 47वें दिन 20,000 से कम और लगातार 150वें दिन 50,000 से कम हैं।
मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.33 प्रतिशत दर्ज की गयी है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,103 की कमी दर्ज की गयी है।
आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.80 प्रतिशत दर्ज की गयी और यह पिछले 51 दिनों से दो प्रतिशत से भी कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.93 प्रतिशत दर्ज की गयी जो पिछले 61 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,39,57,698 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत दर्ज की गयी। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी 118.44 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में जिन 437 और मरीजों की मौत हुई है उनमें से 370 की मौत केरल में और 19 की महाराष्ट्र में हुई। केरल सरकार की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 370 मौतों में से 57 मरीजों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई और मौत के 313 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है।
आंकड़ों के मुताबिक, इस महामारी से देश में अब तक 4,66,584 लोग जान गंवा चुके हैं जिनमें से 1,40,766 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 38,182 लोगों की मौत कर्नाटक में, 38,045 लोगों की मौत केरल में, 36,401 लोगों की मौत तमिलनाडु में, 25,095 लोगों की मौत दिल्ली में, 22,909 लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में और 19,407 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।