नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बुधवार को शाम 4 बजे तक 11,933 पहुंच गई है। इस वायरस के कारण अबतक 392 लोगों की मौत हो चुकी है। इलाज के बाद 1344 लोग स्वस्थ हो चुके है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्होनें बताया कि राज्य सरकारों को गाइडलाइन जारी की गई है। 20 अप्रैल तक हर शहर हर जिले का आकलन होगा। जिलों को कोविड अस्पताल बनाने को कहा गया है।
मंत्रालय के प्रतिनिधि ने बताया कि हर जिले को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कहा गया है और सभी की सफलता ही देश की सफलता का कारण बनेगी। कोरोना केस आने का इंतजार नहीं करना है। कोरोना के चेन ट्रांसमिशन को रोकना है। जिलों को बताया गया है कि वो कोविड डेडिकेटिड अस्पताल, माइल्ड केस के लिए कोविड केयर सेंटर और गंभीर मामलों के लिए कोविड हेल्थ सेंटर, नाजुक मामलों के लिए कोविड अस्पताल बनाएं (जहां वेंटिलेटर भी मौजूद हो)।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस को देखते हुए देश के जिलों को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। देश के जिलों को हॉटस्पॉट जिले, नॉन-हॉटस्पॉट जिले (जहां मामले सामने आ रहे हैं) और ग्रीन ज़ोन जिलों (जहां कोई मामला सामने नहीं आया है) में बांटा गया है। हॉटस्पॉट जिले वो हैं जहां ज्यादा मामले आ रहे हैं या मामलों की बढ़ने की गति तेज है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि कैबिनेट सचिव ने आज सभी मुख्य सचिवों, डीजीपी, स्वास्थ्य सचिवों, कलेक्टरों, एसपी, नगर आयुक्तों और सीएमओ के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत हुई जिसमें हॉटस्पॉट्स पर चर्चा की गई।