नई दिल्ली. देश में कोरोना की लहर जमकर जमकर तांडव मचा रही है। देश में लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमण के 2 लाख से ज्यादा मामले आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आकंड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना संक्रमण के 2 लाख 34 हजार 692 मामले सामने आए हैं, जबकि 1342 मरीजों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण को मात देने वालों की संख्या 1 लाख 23 हजार 354 रही। हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों के बाद, देश में अबतक हुई कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर 1 लाख 75 हजार 649 हो गई है। देशभर में इस वक्त 16 लाख 79 हजार 740 एक्टिव केस है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख की संख्या पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, अब तक 26,49,72,022 नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 14,95,397 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
ऑक्सीजन की मांग बढ़ी
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को स्वदेशी टीके ‘कोवैक्सीन’ के उत्पादन को दस गुना बढ़ाकर सितंबर तक 10 करोड़ खुराक तक पहुंचाने और एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर के निर्माण में तेजी लाने के लिए योजनाओं की शुरुआत की और मेडिकल ऑक्सीजन के भंडार को भी बढ़ाने के निर्देश दिए। देश में कोविड-19 महामारी के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिकित्सा श्रेणी की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की और इसके उत्पादन में तेजी लाने का आह्वान किया।
देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसके मद्देनजर ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है। गंभीर रूप से पीड़ित कोरोना मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत होती है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक बयान के मुताबिक, पीएम मोदी ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की। इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि लोगों ने कोविड-19 महामारी के प्रति लापरवाह रुख अपनाया जो बहुत खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार सबसे बड़ा सामाजिक उपकरण है। उन्होंने कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे का आकलन करने के लिए यहां एम्स ट्रॉमा सेंटर का दौरा करने के बाद यह टिप्पणी की। हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस मुक्त माहौल बनाने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) का पालन करने के वास्ते लोगों को प्रोत्साहित करना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर्षवर्धन के हवाले से एक बयान में कहा, "भारत के 52 जिले ऐसे हैं जिनमें सात दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया, चार जिलों में 21 दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया और 44 जिलों में 28 दिनों में कोई नया मामला नहीं आया।"