नई दिल्ली: दुनियाभर में तबाही मचा देने वाले कोरोना वायरस को रोकने के लिए भारत में निर्णायक लड़ाई चल रही है। इस महामारी के संक्रमण के भारत में अब तक 562 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया और कड़ा फैसला लेते हुए 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया जिसका आज पहला दिन है। इस दौरान किसी को भी घर से बाहर ना निकलने की अपील की गई है, हालांकि जरूरत के सामान की दुकानें खुली रहेंगी। पीएम मोदी के ऐलान के बाद से ही राशन की दुकानों पर भीड़ दिखी, लेकिन गृह मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि पैनिक करने की जरूरत नहीं है।
इस दौरान महाराष्ट्र से एक राहत भरी खबर भी आई। प्रदेश में कोविड-19 से सबसे पहले संक्रमित पाए गए पुणे के दंपत्ति को अब दो बार हुई जांच में संक्रमित नहीं पाया गया है और उन्हें बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। दंपत्ति को यहां नौ मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें पुणे नगरपालिका की एम्बुलेंस में घर ले जाया जाएगा।
पुणे नगर निकाय के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘14 दिन तक पृथक रखने के बाद सोमवार को उनके पहले नमूने संक्रमित नहीं पाए गए। मंगलवार को अगले 24 घंटे में दोबारा नमूने भेजे गए और उसमें भी दंपत्ति संक्रमित नहीं पाया गया।’’ दंपत्ति और उनकी बेटी 40 सदस्यीय पर्यटकों के उस समूह का हिस्सा थे जो एक मार्च को दुबई से मुंबई लौटा था।