नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोनावायरस के 445 मामले सामने आ चुके हैं। अगले दो-तीन दिन के अंदर दिल्ली में कोरोनावायरस के मामलों में और तेजी आने की आशंका है। मतलब यह कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या अभी के मुकाबले काफी अधिक हो सकती है। इसका खुलासा शनिवार को स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया। दिल्ली में कोरोनावायरस के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ने का कारण निजामुद्दीन स्थित तबलीगी मरकज है।
यहां से कुल 23 सौ लोगों को निकाला गया है। इनमें से सैकड़ों लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण के लक्षण पाए गए हैं। इन सभी लोगों की जांच दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में की जा रही जा रही है। अगले दो-तीन दिन में यह नतीजे सामने आएंगे। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "मरकज से कुल 23 सौ लोगों को निकाला गया है। इनमें 500 व्यक्ति ऐसे हैं जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए हैं। इन 500 लोगों में से कुछ को खांसी, किसी को बुखार तो किसी में कोई और लक्षण है। सभी को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां इनके टेस्ट किए जा रहे हैं। टेस्ट रिपोर्ट दो-तीन दिन में आने की उम्मीद है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं और इसी के चलते संभव है कि अगले दो-तीन दिन में दिल्ली में कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से ऊपर जाए। दिल्ली सरकार का कहना है कि मरकज के कारण दिल्ली में कोरोनावायरस के मामलों में लगातार इजाफा तो हो रहा है, लेकिन अभी तक कोरोनावायरस समाज में नहीं फैला है। गौरतलब है कि मरकज के 18 सौ लोगों को क्वारंटाइन भी किया गया है। क्वारंटाइन किए गए इन सभी लोगों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। अगले 14 दिन तक इन सभी लोगों को चिकित्सीय निगरानी में रखा जाएगा। केजरीवाल ने कहा, "विदेशों से आए लोगों और मरकज के कोरोना पॉजिटिव लोगों की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दिल्ली को उठानी पड़ी है।"