नई दिल्ली। देश में कोरोना का संक्रमण भयानक हो चुका है। रोजाना कोरोना के जितने पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं उतने पहले कभी भी किसी भई देश में नहीं देखने को मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 332730 नए मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार दूसरे दिन देश में 3 लाख से ज्यादा कोरोना केस देखने को मिले हैं। देश में अब कुल कोरोना मामलों का आंकड़ा बढ़कर 1.62 करोड़ के पार पहुंच चुका है और इसमें 2428616 एक्टिव केस हैं।
कोरोना के बढ़ते मामले ही सिर्फ चिंता नहीं बढ़ा रहे हैं बल्कि कोरोना की वजह से हो रही मौतें और बड़ा चिंता का कारण है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना की वजह से 2263 लोगों की जान गई है। देश में अबतक यह वायरस कुल 186920 लोगों की मौत का कारण बन चुका है। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में सबसे अधिक महाराष्ट्र में 568 लोगों की कोरोना की वजह से जान गई है। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में 249, छत्तीसगढ़ में 193, उत्तर प्रदेश में 187, गुजरात में 125 और कर्नाटक में 116 लोगों की जान गई है।
हालांकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण भी बढ़ाया जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 31.47 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया गया है। अबतक देश में 13.54 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 1.36 करोड़, राजस्थान में 1.18 करोड़, उत्तर प्रदेश में 1.14 करोड़, गुजरात में 1.10 करोड़, पश्चिम बंगाल में 95.58 लाख और दिल्ली में 28.55 लाख लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।
कोरोना के मरीजों की पहचान के लिए देशभर में टेस्टिंग को भी लगातार बढ़ाया जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में रिकॉर्ड 17.40 लाख कोरोना टेस्ट हुए हैं। लेकिन इस बार टेस्टिंग के बाद लोगों के पॉजिटिव होने की दर तेजी से बढ़ रही है, पिछले 24 घंटों के दौरान देश में पॉजिटिविटी दर 19.11 प्रतिशत रही है जो ज्यादा चिंता का कारण है।
अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अस्पताल भर चुके हैं, देश के स्वास्थ्य सिस्टम को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मौत हो रही है। मौजूदा हालात देखते हुए लग रहा है कि देश इतनी बड़ी चुनौती के लिए तैयार नहीं था।