पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को कहा कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 112 लोगों की सूची प्राप्त हुई है, जिसमें से बिहार के 12 लोगों का पता लगाया जा चुका है। कोरोना वायरस पर आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि तबलीगी जमात के 112 लोगों की सूची प्राप्त हुई है, जिसमें से बिहार के 12 लोगों का पता लगाया जा चुका है। इनमें से कई लोग बिहार के बाहर ठहरे हुए हैं।
नीतीश ने प्रधानमंत्री को बिहार की स्थिति तथा बिहार सरकार द्वारा कोरोना सक्रंमण को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के साथ-साथ बिहार एवं बिहार के बाहर फंसे हुए बिहारियों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विदेश से बिहार आए सभी लोगों पर ध्यान दे रहे हैं, उन सभी लोगों की जांच भी करवा रहे हैं। दूसरे राज्यों से बिहार आए लोगों को स्थानीय स्तर पर चिन्हित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो निर्णय लिया है, बिहार सरकार उसका अनुपालन कर रही हैं। जबसे कोरोना वायरस के बारे में जानकारी मिली है, लोगों को सचेत किया गया है। बीच में कुछ दिन समस्या आयी थी क्योंकि लॉकडाउन के दौरान भी दिल्ली से लोगों को भेज दिया गया था। जितने लोग बिहार आए उनको घरों तक पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘हमारा आग्रह दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता को लेकर है। लेबोरेट्री जांच को प्रभावी बनाने के लिए भारत सरकार से अधिकृत टेस्टिंग कीट्स और उसके साथ उपयोग में आने वाली ऐसी अन्य सामग्री मिलना लाभप्रद होगा ।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कोविड-19 की रोकथाम और उपचार के लिए जो सामग्री हैं जैसे एन- 95 मास्क, पी0पी0ई0 किट का इंतजाम होना चाहिए। वंेटिलेटर के बारे में भी बात की है।। नीतीश ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उन्मुलन के लिए रोना उन्मूलन कोष का गठन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तक बिहार में 24 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और 1 व्यक्ति की मृत्यु हुई है। 2 लोग कोरोना वायरस के उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।