नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 441 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पाए गए 441 कोरोना वायरस मरीजों में से प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले शहर इन्दौर में अब तक सर्वाधिक 235 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोविड—19 के लिए पिछले 24 घंटे में चार मामले पॉजिटिव आये हैं। इसी के साथ भोपाल में इस महामारी की चपेट में आये मरीजों की संख्या बढ़कर अब 99 हो गई है। इनमें चिकित्सकों सहित 50 स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, एक नगर पुलिस अधीक्षक सहित 12 पुलिसकर्मी एवं तबलीगी जमात से जुड़े 20 लोग शामिल हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में एक डॉक्टर समेत दो कोरोना मरीजों की बृहस्पतिवार को दम तोड़ने के बाद प्रदेश में अब तक 33 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो चुकी है। इनमें से इंदौर में 23, उज्जैन में पांच, खरगोन में दो एवं भोपाल, देवास एवं छिंदवाड़ा में एक—एक शामिल हैं। देवास, धार एवं शाजापुर जिलों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज आने के बाद मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 18 जिलों में इस महामारी ने अब दस्तक दे दी है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया, ''मध्य प्रदेश में कुल 441 कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं। प्रदेश में सबसे अधिक 235 कोरोना मरीज इन्दौर में मिले हैं, जबकि इसके बाद 99 मरीज भोपाल में, 15 उज्जैन में, 13 मुरैना में, 14—14 खरगोन एवं बड़वानी में, नौ जबलपुर में, सात ग्वालियर में, एक होशंगाबाद में, पांच खंडवा में, तीन देवास में, चार छिंदवाड़ा में, बारह विदिशा में, दो शिवपुरी में और एक—एक मरीज बैतूल, श्योपुर, रायसेन, धार एवं शाजापुर में मिले हैं। कोरोना संक्रमित एक मरीज दूसरे राज्य का है।"
वहीं देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित नगरों में शामिल इंदौर में इस महामारी की जद में आये 62 वर्षीय डॉक्टर समेत दो पुरुष मरीजों की बृहस्पतिवार को मौत हो गयी। इसके साथ ही, शहर में इस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले रोगियों की तादाद बढ़कर 23 पर पहुंच गयी है। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 से दम तोड़ने वाले 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन पांच अप्रैल को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे।
यह प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बाद किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है। अधिकारियों ने बताया कि शहर में कोविड-19 से मौत के एक अन्य मामले में 44 वर्षीय पुरुष ने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्होंने बताया कि इस मरीज को सात अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह जांच में इसी तारीख को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।