नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर का खतरा पैदा न हो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं जहां पर फिलहाल कोरोना संक्रमण की ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। आज प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की है और अब 16 जुलाई को महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे।
इससे पहले पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरतने की बात पर जोर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने नए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और डोनर मंत्री किशन रेड्डी समेत इन मंत्रालयों के राज्य मंत्रियों का भी परिचय मुख्यमंत्रियों से करवाया और कहा कि इनसे आप लोगों का संबध बराबर रहने वाला है।
उन्होंने कुछ जगहों पर मामलों में आई तेजी पर चिंता जताते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ जिलों में संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हुई है, हमें और सतर्क रहने की जरूरत है। पीएम ने कहा, कोरोना से पूर्वोत्तर में आप लोग इनोवेटिव आइडियाज के साथ इससे निपटने के लिए जो मेहनत कर रहे हैं, आपने जो योजनाएं बनाई हैं और साकार किया है, उनका आपने वर्णन किया।’
वैक्सीन पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि 4 राज्यों को इंप्रूव करना बाकी है लेकिन बाकियों ने बड़ी संवेदनशीलता के साथ वेस्टेज को रोका। उन्होंने कहा, ‘इतना ही नहीं आपने हर वायल में से मैक्सिमम युटिलिटी का भी काम किया। मैं आपके इस प्रयास को और हमारे जो मेडिकल टीम के लोग हैं उन सभी को विषेष बधाई देता हूं।’
पूर्वोत्तर की भौगौलिक चुनौतियों के बावजूद टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से लेकर वैक्सीनेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर उन्होंने हेल्थ वर्कर्स समेत सभी लोगों की सराहना की।
ये भी पढ़ें
- तीन सौ से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार करने वाला व्यक्ति कोरोना से जंग हारा
- कोरोना ने बरपाया कहर, अब तक जान गंवा चुके हैं 740 से ज्यादा डॉक्टर्स
- कोरोना मरीज के जाने के बाद 2 से 3 घंटे बाद तक भी हवा में रहता है वायरस, तीन सेंट्रल लैब ने चेताया
- सिलेब्रिटी, नेता कैसे खरीद रहे कोविड-19 रोधी दवाएं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फटकारा