नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि बृहस्पतिवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 29,557 मरीज ठीक हो गए । इस तरह संक्रमण से ठीक होने की दर अब 63.18 प्रतिशत हो गयी है । देश में संक्रमण के 12,38,635 मामले हो गए हैं। इस बीच, कोविड-19 की जांच की संख्या भी डेढ़ करोड़ से ज्यादा हो चुकी है । सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक 7,82,606 मरीज ठीक हो चुके हैं और वर्तमान में 3,56,439 संक्रमित मरीज हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को 3,50,823 नमूनों की जांच होने के साथ 22 जुलाई तक कुल 1,50,75,369 नमूनों की जांच हो चुकी है । अब तक के सर्वाधिक 45,720 नए मामले आने से बृहस्पतिवार को संक्रमितों की संख्या 12 लाख से ज्यादा हो गयी । पिछले 24 घंटे में 1129 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 29,861 हो गयी है । आईसीएमआर में वैज्ञानिक और मीडिया समन्वयक लोकेश शर्मा ने बताया , ‘‘बुधवार तक तीन दिनों में 10 लाख नमूनों की जांच की गयी। जांच की क्षमता बढ़कर रोजाना चार लाख जांच की हो गयी है।’’
देश में 1290 प्रयोगशाला में जांच हो रही है । इसमें 897 सरकारी और 393 निजी प्रयोगशाला हैं । आईसीएमआर में वरिष्ठ वैज्ञानिक और लैब नेटवर्क की संयोजक डॉ.निवेदिता गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 की जांच के लिए फरवरी में 13 प्रयोगशाला थी। अब करीब 1300 प्रयोगशाला हो गयी है । प्रयोगशाला के नेटवर्क का विस्तार किया गया। आर-टी पीसीआर, सीबीएनएएटी, ट्रूनेट और रैपिट एंटीजन विधि के जरिए जांच का विस्तार किया गया है । उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर भी जांच की पहुंच बढ़ाने का प्रयास चल रहा है । जांच बढ़ाने के लिए आईसीएमआर का प्रयास जारी है । मंत्रालय ने बताया, ‘‘7,82,606 लोग ठीक हो चुके हैं ।
ठीक होने की दर में सराहनीय प्रगति हुई है और यह 63.18 प्रतिशत है।’’ मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए केंद्र सरकार की रणनीति से यह उपलब्धि हासिल हुई है । केंद्र, राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के लगातार प्रयासों के कारण जोर-शोर से जांच और उपचार की व्यवस्था की जा रही है। संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) जैसे विशेषज्ञों की टीम ने इसके लिए मागदर्शन किया है और एम्स दिल्ली के तकनीकी विशेषज्ञों, विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में उत्कृष्टता केंद्रों, आईसीएमआर और राष्ट्रीय बीमारी नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने इसमें मदद की है । मंत्रालय ने कहा, ‘‘समन्वित प्रयासों की बदौलत मृत्यु दर को निचले स्तर पर बनाए रखने में सहायता मिली है । यह अभी 2.41 प्रतिशत है तथा इसमें और कमी आ रही है।’’