नई दिल्ली. WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। इस बीमारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने बुधवार को कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए। बुधवार को निर्माण भवन में हुई मंत्रिसमूह की बैठक में विदेश से आने वाले आम लोगों के लिए 15 अप्रैल तक पर्यटन वीजा रद्द करने का फैसला किया गया। इसके अलावा यह तय किया गया कि चीन, इटली, ईरान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से आने वालों लोगों को 14 दिनों की न्यूनतम अवधि के लिए पृथक रखा जाएगा।
बैठक के जरिए सभी भारतीयों से ये निवेदन किया गया कि वो विदेश की गैर-जरूरी यात्रा से बचें। इन लोगों को विदेश से वापसी 14 दिनों के लिए अलग रखा जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई मंत्री समूह की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया, ‘‘राजनयिक, आधिकारिक, संयुक्त राष्ट्र/ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, कामकाजी और प्रोजेक्ट वीजा के अलावा सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल, 2020 तक निलंबित किए जाते हैं। यह 13 मार्च, 2020 की जीएमटी समयानुसार दोपहर 12 बजे से सभी प्रस्थान बिन्दुओं पर प्रभावी होगा।’’
ओसीआई कार्डधारकों को प्राप्त वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा भी 15 अप्रैल तक के लिए रोक दी गयी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपात स्थिति में भारत की यात्रा करना चाहता है तो वह अपने देश में स्थित भारतीय मिशन से संपर्क कर सकता है।
महाराष्ट्र में 10 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित: उद्धव ठाकरे
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि मुम्बई में दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और इसके साथ ही महाराष्ट्र में इसके कुल 10 मामलों की पुष्टि हो गई है। मुख्यमंत्री ने विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि कोरोना वायरस के आठ मामले पुणे में सामने आए हैं। ठाकरे ने कोरोना वायरस के मद्देनजर मौजूदा बजट सत्र की बैठकों में कमी किए जाने का संकेत भी दिया। यह सत्र वैसे 20 मार्च तक चलना है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मुम्बई में वायरस से संक्रमित पाए गए दोनों लोग दुबई से लौटे पुणे के उस व्यक्ति के सम्पर्क में थे, जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य विभाग के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम ने एक बयान में कहा कि दो दिन पहले पुणे में दुबई से लौटे दो लोगों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद वे किस-किस के सम्पर्क में आए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है।