मुंबई/नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन, हांगकांग, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, नेपाल, थाईलैंड वियतनाम और मलेशिया से आने वाली उड़ानों के यात्रियों के अलावा इटली और ईरान से आने वाले सभी यात्रियों की भी यूनिवर्सल स्क्रीनिंग की जाएगी। उड़ानों से जुड़े नियम जारी करने वाली संस्था डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने सोमवार को इसका ऐलान किया।
वहीं, इससे पहले सोमवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा था कि 'अभी हम 12 देशों से आने वाले यात्रियों की यूनिवर्सल स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इनमें पहले चीन, सिंगापुर, थाईलैंड, हॉन्ग-कॉन्ग, जापान और साउथ कोरिया से शामिल थे लेकिन अब वियतनाम, मलेशिया, नेपाल, इंडोनेशिया, ईरान और इटली को भी जोड़ा है।' उन्होंने बताया कि चीन के बाद सबसे ज्यादा केस साउथ कोरिया, इटली, ईरान और जापान से सामने आए हैं।
बता दें कि सोमवार तक भारत में दिल्ली और तेलंगाना में एक-एक कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जयपुर में भी कोरोना वायरस का एक मामला प्रकाश में आया। इसके साथ ही देश के अंदर ऐसे मामलों की संख्या 6 हो गई है। हालांकि, जयपुर केस में क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए मरीज का सैम्पल पुणे भेजा जाएगा और अगर वहां वह निगेटिव आता है, तो इन मामलों की संख्या पांच हो जाएगी।
जयपुर में जिस शख्स में कोरोना वायरस पाया गया है, उसकी ट्रैवल हिस्ट्री इटली की है। वह इटली का ही नागरिक है। वहीं, इससे पहले दिल्ली और तेलंगाना में सामने आए कोरोना वायरस के मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री इटली और दुबई की थी। दिल्ली में जिस शख्स में कोरोना वायरस की पुस्टि हुई है, वह इटली से भारत आया था। वहीं, तेलंगाना में जो शख्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया वह दुबई से भारत पहुंचा था।
इटली उन चार देशों में से एक है, जहां कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव है। डॉ हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि चीन के बाद सबसे ज्यादा केस साउथ कोरिया, इटली, ईरान और जापान से सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि चीन से बाहर मरने वालों की संख्या 139 है जबकि चीन में 2912 है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस को कोविड-19 नाम दिया है।