मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि सामाजिक दूरी के नियम का सही तरीके से पालन नहीं करने से कोरोना वायरस संक्रमण फैलता है। पवार ने यह टिप्पणी इन खबरों के बाद की कि राष्ट्रपति भवन परिसर में रहने वाले एक सफाई कर्मचारी की रिश्तेदार जानलेवा विषाणु से संक्रमित पाई गई हैं। राष्ट्रपति भवन परिसर में ही राष्ट्रपति भवन है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पश्चिमी देशों की तुलना में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति बेहतर है लेकिन देश के अन्य हिस्सों की तुलना में "चिंतनीय" है। महाराष्ट्र में 20 अप्रैल तक कोविड-19 के 4,666 मामले रिपोर्ट हुए थे जो देश में सबसे ज्यादा हैं। सोमवार तक 590 में से 223 मौतें सिर्फ राज्य में हुई हैं।
पवार ने कहा कि (राज्य से संबंधित) संक्रमितों की संख्या हैरान करने वाली हैं और लोगों को प्रसार को रोकने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोम्बीवली और पुणे जैसे शहर कोविड-19 बीमारी से मुख्य तौर पर प्रभावित हैं। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान सख्त अनुशासन का पालन करने की अपील की। उन्होंने लोगों से इन क्षेत्रों में मृत्यु दर को शून्य तक लाने के लिए दृढ़ संकल्पित होने को कहा।
पवार ने फेसबुक पर कहा, "शेष भारत की तुलना में महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है। लेकिन हमें (कोविड-19 के) राष्ट्रपति भवन में भी पहुंचने के बारे में खबरें पढ़ने को मिलीं। इसका मुख्य कारण संचरण है। दो व्यक्तियों के बीच दूरी बनाए रखने के निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है और ऐसे क्षेत्र, जहां पहले यह संकट नहीं था, वहां भी मामले देखने को मिल रहे हैं। इसलिए, हमें एहतियात बरतनी चाहिए।"
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सफाई कर्मचारी के एक रिश्तेदार के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद राष्ट्रपति भवन परिसर में रहने वाले 100 से ज्यादा परिवार स्वयं पृथकवास में चले गए हैं। पवार ने कहा कि स्थिति में सुधार होता है तो तीन मई के बाद आने-जाने पर लगी पाबंदी में ढील दी जा सकती है। देश में तीन मई तक लॉकडाउन लागू है।