नई दिल्ली: दिल्ली की कोंडली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। कुलदीप कुमार ने 29 सितंबर को खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया था लेकिन इसके बाद 4 अक्टूबर को वह हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंच गए। उनके दो ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें उन्होंने खुद बताया है कि वो कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। वहीं, इसके बाद 5 अक्टूबर को वीडियो शेयर किया था जिसमें कहा था कि वह हाथरस पीड़िता के परिवार से मिले हैं। इस बड़ी के बाद महामारी एक्ट के तहत आप विधायक के खिलाफ उत्तर प्रदेश में केस दर्ज किया गया है।
उनके दोनों ट्वीट को गौर से देखेंगे तो बड़ी लापरवाही सामने आएगी। आप विधायक ने पहला ट्वीट 29 सितंबर की दोपहर दो बजकर 24 मिनट पर किया था। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि उनको हल्का बुखार हुआ जिसके बाद उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने लिखा कि वो घर पर ही आइसोलेट रहेंगे।
इसके बाद कुलदीप कुमार ने दूसरा ट्वीट 4 अक्टूबर को किया जिसमें उन्होंने लिखा है कि वो हाथरस गैंगरेप पीड़िता के गांव उनके परिजनों से मिलने गए हैं। अब सवाल ये उठ रहा है कि जब विधायक कोरोना पॉजिटिव थे तो फिर वो परिजनों से मिलने क्यों पहुंचे।
बीजेपी ने आप विधायक को घेरा
इस मुलाकात के बाद बीजेपी ने पूछा था कि विधायक पर क्यों ना एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई हो। बीजेपी ने अपने ट्वीट में कहा था, ''29 सितम्बर को केजरीवाल जी के विधायक अपने आप को कोरोना पॉजिटिव बता रहे हैं और 4 तारीख को सभी की जान जोख़िम में डालकर ये घटिया राजनीति करने हाथरस चले गए। कौन से प्रोटोकॉल के तहत ये 5 दिन में हाथरस गए? इनपर एपिडेमिक एक्ट के तहत तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए।''