जयपुर: अपने जादुई करतबों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करके उनकी तालियों बटोरने वाले जादूगर अब राजस्थान के धौलपुर जिले की भीड़भाड़ वाली गलियों में सब्जी बेचने को मजबूर है। कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते 38 वर्षीय जादूगर राजू मोहर उर्फ आरजे सम्राट जादूगर को अब अपने 15 वर्ष के जादूगरी के पेशे को पीछे छोडकर सब्जी बेचना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे धौलपुर के राजाखेड़ा शहर निवासी जादूगर माहोर की कहानी कई अन्य लोगों से मिलती जुलती है जिनकी ज़िंदगी पर इस महामारी और लॉकडाउन के चलते बुरी तरह प्रभावित हुई है। जादूगर माहोर ने बताया कि कोरोनावायरस संकट ने मेरा पूरा व्यवसाय बंद कर दिया है। लॉकडाउन के चलते अब मेरा 12 से अधिक व्यक्तियों का स्टाफ अपने घरों में बैठा हुआ है। जब मुझे मकान का किराया चुकाने और परिवार का भरण पोषण का विचार मन में आया तो मुझे सब्जी बेचेन के सिवाया कोई और विकल्प नहीं दिखाई दिया।
उन्होंने कहा कि ऐसा समय उन्होंने अपने जीवन काल में कभी नहीं देखा। जादूगर ने सरकार से इस संकटकाल का सामना कर रहे लोगों को काम दिलाने का आग्रह किया है। जादूगर ने बताया कि पिछले 15 वर्षो के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान और देशभर के अन्य कई स्थानों पर सैंकडों शो किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पूरे भारत वर्ष में मैं 8-10 शो प्रतिदिन किया करता था। मेरा अंतिम शो भिंड और मुरेना में हुआ था। लॉकडाउन के चलते मेरे रंगमंच की सामग्री भिंड में मेरे एक कर्मचारी के पास रखी है।’’
माहोर ने उम्मीद जताई कि कोरोनोवायरस को हराने के बाद देश में जनजीवन फिर से सामान्य हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह अपने शो के साथ वापसी करके एक बार फिरसे लोगों का मनोरंजन करना चाहते हैं क्योंकि यही एकमात्र कौशल है जो उनके पास है। उन्होंने कहा ,‘‘यह न केवल मेरे बारे में है, बल्कि अन्य लोगों के बारे में भी हैं। भगवान जानते हैं कि स्थिति कब सामान्य हो पाएगी और लोग शो देखने के लिए बाहर आएंगे। मैं केवल अच्छे समय के जल्द वापस आने की उम्मीद कर सकता हूं।’’
राजस्थान में कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए 22 मार्च से लॉकडाउन है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 संक्रमण के 26,496 मामले हो गये हैं और मरने वालों की संख्या 824 हो गई है।