चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर हमले की साजिश का खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक तरनतारन के गांव पंडोरी गोला में 4 सितम्बर को हुए बम ब्लास्ट में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे, जिसके बाद यह खुलासा हुआ है।
पुलिस ने 23 सितंबर को मलकीत सिंह उर्फ शेर सिंह शेरा समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें हरजीत सिंह, मनप्रीत सिंह मन, चान दीप सिंह खालसा उर्फ गब्बर सिंह, मनदीप सिंह, अमृत पाल सिंह उर्फ अमृत, अमरजीत सिंह उर्फ अमर शामिल हैं। 4 सितंबर को जो बम धमाका हुआ था उसमें विक्रमजीत सिंह विक्की की मौत हो गई थी, विक्की बम बनाने में माहिर था।
गिरफ्तार 7 आरोपियों में से मलकीत सिंह उर्फ शेर सिंह शेरा जो खालिस्तान समर्थक संस्था सिख फॉर जस्टिस के लिए काम करता था, ने अहम खुलासा किया है। शेर सिंह शेरा ने बताया कि बम ब्लास्ट में मारे गए विक्रमजीत सिंह ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को बम से उड़ाने की साजिश रची थी। शेर सिंह शेरा ने बताया कि विक्की ने साल 2015 में बरगाड़ी कांड में गुरु ग्रंथ साहब जी की हुई बेअदबी का बदला लेने के लिए यह साजिश रची थी।
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने उस समय सुखबीर बादल पर बम फंकने की योजना बनाई थी जब सुखबीर दरबार साहिब से माथा टेक बाहर निकते। साजिश के तहत विक्रमजीत सिंह विक्की ने पहला बम गांव पजवंड में फेंकना था और दूसरा बम सुखबीर बादल को मारने के इस्तेमाल करना था लेकिन बम बनाने में माहिर विक्रमजीत विक्की तरन तारन ब्लास्ट में मारा गया और और इन सब के पकड़े जाने पर प्लान फेल हो गया।