नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्कूलों में सुरक्षा व संरक्षा के लिए बनाई जाने वाली गाइडलाइन को 'प्रद्युम्न गाइडलाइन' नाम देकर छात्र को सच्ची श्रद्धांजलि देने के विचार को बेहतर विचार करार दिया और कहा कि वह इस पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि यह घटना सभी को झकझोरने वाली है। मैथिल पत्रकार ग्रुप के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को प्रकाश जावड़ेकर से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि पुलिस से जांच लेकर सीबीआई को जांच दी जाए। छात्र को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए सरकार स्कूलों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन बनाए और उसे 'प्रद्युम्न गाइडलाइन' का नाम दे। इसके साथ ही स्कूलों के लिए रेगुलेटर बनाने, हर स्कूल में पैरेंट-टीचर एसोसिएशन बनाने और उसका विवरण स्कूल की वेबसाइट पर देने की मांग की गई है।
इसी प्रकार हर स्कूल का सुरक्षा ऑडिट कराने, प्राइमरी-मिडिल-सीनियर सेकेंडरी के लिए अलग टॉयलेट बनाने और प्राइमरी कक्षा के टॉयलेट के बाहर आया की तैनाती करने, स्कूलों में सीसीटीवी हर जगह लगाने, स्कूल में बाहरी लोगों का प्रवेश निषेध करने तथा स्टाफ के लिए अलग टॉयलेट की व्यवस्था करने की मांग भी गई है।
जावड़ेकर ने कहा, "उनका मंत्रालय इस मसले पर बड़े कदमों पर कार्य कर रहा है। सोमवार से यह कदम सामने आने शुरू हो जाएंगे। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को सुरक्षा के कदमों की जानकारी भेजी है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर भी कार्य किया जा रहा है।"उन्होंने कहा कि इसके तहत स्कूलों में अधिक महिला कर्मचारी रखने और सुरक्षा के लिए स्कूलों की जवाबदेही, खासकर प्रबंधन को दायरे में लाने के सुझाव पर कार्य किया जाएगा।