भोपाल: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है। 2005 से राज्य में सत्ता संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान को चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए कांग्रेस बेहद आक्रमक रंग में नजर आ रही है। हाल ही पार्टी ने चुनाव आयोग का भी रुख किया है। रविवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ के नेतृत्व में पार्टी नेता चुनाव आयोग के पास पहुंचे और फर्जी वोटर्स को लेकर शिकायत की है। उनका कहना है कि राज्य में 60 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर्स के नाम वोटिंग लिस्ट में दर्ज किए गए हैं।
इस मौके पर गुना से कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'इस सबके लिए बीजेपी जिम्मेदार है। यह कैसे संभव है कि 10 साल में जनसंख्या 24 प्रतिशत बढ़ी है और मतदाताओं की संख्या 40 प्रतिशत बढ़ गई? हमने हर विधानसभा में लिस्ट की जांच की। एक ही वोटर का नाम 26 लिस्ट में दर्ज है और ऐसा कई विधानसभाओं में हुआ है'
कांग्रेस की इस शिकायत पर अभी चुनाव आयोग ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। आयोग की तरफ इस आरोप की जांच करने के लिए दो टीमों का गठन किया गया है। ये दोनों टीमों को आरोप की जांच करने के लिए मध्य प्रदेश भेजा गया है। सात जून तक दोनों टीम अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंप कर ये मांगें रखी हैं...
वोटर लिस्ट की जांच हो
हर अधिकारी से सर्टिफिकेट की मांक की जाए।
वोटर लिस्ट में हेराफेरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
जिम्मेदार अधिकारी को अगले 6-10 साल के लिए चुनाव प्रक्रिया से दूर रखा जाए।