नई दिल्ली: कांग्रेस ने राफेल सौदे को नरेंद्र मोदी सरकार का एक घोटाला करार देते हुए इसे लेकर हमले को तेज करने का निर्णय लिया और कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी आन्दोलन शुरू करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में पार्टी के महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों, पार्टी के विधायक दल के नेताओं और प्रदेशाध्यक्षों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
यह बैठक इस साल के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मिजोरम में होनेवाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बैठक में "चुनावी राज्यों में राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा की गई।"
उन्होंने बताया कि इस बैठक में मोदी सरकार द्वारा फ्रांस से लड़ाकू विमान खरीदने के लिए किए गए राफेल सौदे पर भी चर्चा हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सौदे से सरकारी खजाने को 41,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 'भ्रष्टाचार का खेल, राफेल' को उजागर करने के लिए एक आंदोलन शुरू करेगी।
सुरजेवाला ने कहा, "यह फैसला किया गया कि मोदी सरकार के घोटालों को, खासतौर से राफेल घोटाले को देश के लोगों के बीच ले जाया जाएगा। अगले 30 दिनों में कांग्रेस कार्यकर्ता जिला और राज्य स्तरीय प्रदर्शन करेंगे।" उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल सौदे का एक ठेका सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. से 'छीन कर' निजी कंपनी को दे दिया गया।