नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई/Central Bureau of Investigation) के नए डायरेक्टर के चयन के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति की सोमवार को प्रधानमंत्री के आवास पर बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राकेश अस्थाना के नाम पर आपत्ति जताई। कांग्रेस की तरफ से पीएम मोदी से यूपी पुलिस के डीजी एच सी अवस्थी, राजेश चंद्रा, गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वीएसके कौमुदी और सुबोध कुमार जायसवाल में से चुनने को कहा गया है।
बता दें कि, सीबीआई के नए डायरेक्टर का नाम तय करने के लिए एक हाई-लेवल कमिटी मीटिंग पीएम आवास पर हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। प्रधानमंत्री के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना भी मौजूद थे। बैठक में सीबीआई के नए निदेशक के चयन पर गहन मंत्रणा हुई।
माना जा रहा है कि दावेदारों की लंबी लिस्ट के बीच शार्ट लिस्ट हुए नामों को देखते हुए जल्द ही सीबीआइ के नए निदेशक की नियुक्ति की घोषणा हो सकती है। सीबीआई के निदेशक के चयन में अधिकारी की वरिष्ठता के साथ भ्रष्टाचार और बडे़ मामलों में जांच के अनुभव को तवज्जो दी जाती है। सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल के लिए तय है। बीते चार महीने से सीबीआई के अपर निदेशक प्रवीण सिन्हा अभी अस्थायी तौर पर जांच एजेंसी के निदेशक के तौर पर काम कर रहे हैं।
आरके शुक्ला के रिटायरमेंट के बाद से पद है खाली
जांच एजेंसी CBI के डायरेक्टर का पद फरवरी में आरके शुक्ला के रिटायरमेंट के बाद से ही खाली पड़ा हुआ है। आरके शुक्ला के रिटायर होने के बाद से फिलहाल सीबीआई के एडीशनल डायरेक्टर प्रवीण सिन्हा पूर्णकालिक नियुक्ति होने तक सीबीआई के प्रमुख का कार्य संभाल रहे हैं।
नये सीबीआई निदेशक पद की दौड़ में उप्र डीजीपी, एसएसबी महानिदेशक और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव शामिलप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के नये निदेशक के चयन के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी एस के कौमुदी के नाम की सूची तैयार की। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
अवस्थी उत्तर प्रदेश कैडर के 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह सीबीआई में संयुक्त निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हैं। चंद्रा भी 1985 बैच के आईपीएस हैं और वह बिहार कैडर के अधिकारी हैं। वर्तमान में वह एसएसबी के महानिदेशक हैं जबकि कौमुदी 1986 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंतरिक सुरक्षा विभाग में विशेष सचिव हैं।
प्रधानमंत्री के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी उपस्थित थे। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई। लगभग 90 मिनट तक चली बैठक में चौधरी ने अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरीके से चयन की प्रक्रिया अपनाई गई वह समिति के जनादेश से मेल नहीं खाती है। मुझे 109 नाम दिए गए और आज एक बजे तक उनमें से 10 नाम चयनित किए गए तथा चार बजे तक छह नाम तय किए गए। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग का यह लापरवाहीपूर्ण रवैया बहुत ही आपत्तिजनक है।’’ वर्तमान में 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा सीबीआई निदेशक का प्रभार संभाल रहे हैं। सिन्हा को यह प्रभार ऋषि कुमार शुक्ला के सेवानिवृत्त होने के बाद सौंपा गया था। वह दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फरवरी में सेवानिवृत्त हुए थे।