नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और टेक्नोक्रैट सैम पित्रोदा ने बुधवार को कहा कि अपने आप को फिर से मजबूत करने के लिए कांग्रेस को जनसेवा का ‘गांधीवादी रुख’ अपनाना होगा और हर जिले में कम से कम से कम ऐसे पांच हजार कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी करनी होगी जो जनता के प्रति समर्पित हों।
बापू की 150वीं जयंती के मौके पर पित्रोदा ने यह आरोप भी लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों के खिलाफ काम कर रही है और लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। गांधी-नेहरू परिवार के करीबियों में शुमार पित्रोदा ने अमेरिका से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर कम से कम छह महीने के लिए उनके बारे में अध्ययन करना चाहिए ताकि वे वैचारिक रूप से ज्यादा मजबूत हो सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस में हर व्यक्ति दिल्ली में काम करना चाहता है। कोई जिलों में काम नहीं करना चाहता है। सिर्फ लोग टिकट चाहते हैं। हमें लोगों की सेवा के गांधीवादी रुख को अपनाने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब तक हर जिले में लोगों के प्रति समर्पित पांच हजार कार्यकर्ता नहीं होंगे तब तक पार्टी आंदोलन का शक्ल नहीं लेगी। पार्टी को इसकी जरूरत है।’’
पित्रोदा ने यह दावा भी किया कि मोदी सरकार में ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ पर इस वक्त हमला किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं आजादी, मानवाधिकार, समावेशी विविधता आधारित भारत के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध हूं और कोई इसके विपरीत का भारत बनाना चाहता है तो मुझे लड़ना होगा।’’ पित्रोदा ने कहा कि कांग्रेस को वैचारिक लड़ाई के बारे में बात करती रहनी होगी और लोगों तक अपने संदेश का प्रसार करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने युवाओं को शिक्षित करने की जरूरत है। उन्हें गांधी के बारे में पढ़ने की जरूरत है। उन्हें बताना होगा कि वो भारत के असली इतिहास को समझें और व्हाट्सऐप के जरिए आने वाली सूचनाओं पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं करें।’’
पित्रोदा ने कहा, ‘‘भारत में नरेंद्र मोदी एवं भाजपा द्वारा जिस तरह लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है उसी तरह अमेरिका, तुर्की और ब्रिटेन में भी मौजूदा शासकों द्वारा हो रहा है। झूठ का प्रसार किया जा रहा है और नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा है।’’ उन्होंने यह आरोप भी लगाया, ‘‘मोदी सरकार झूठ बोलती है, जब वो गांधीवाद की बात करती है। वह गांधी के मूल्यों के खिलाफ काम करती है। आप कैसे गांधीवादी हो सकते हैं जब आप यह कहें कि भारत का संबंध सिर्फ हिंदू समाज से है। गांधी का मौलिक विचार था कि भारत सबके लिए है।’’