मुंबई: मुंबई के हयात होटल में इकट्ठा हुए सभी विधायकों को अपनी पार्टी प्रति ईमानदार रहने की शपथ दिलाई गई। इस दौरान वहां शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, बालासाबेह थोराट, प्रफुल पटेल, पृथ्विराज चव्हाण, अशोक चव्हाण मौजूद रहे। इन सभी की मौजूदगी में विधायकों ने अपनी-अपनी पार्टी के लिए ईमानदार रहने और किसी भी चीज़ का लालच नहीं करने की शपथ ली।
विधायकों ने क्या शपथ ली?
होटल हयात में जमा हुए विधायकों ने शपथ लेते हुए कहा कि "मैं शपथ लेता हूं कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी के नेतृत्व में, मैं अपनी पार्टी के प्रति ईमानदार रहूंगा। मैं किसी भी चीज़ का लालच नहीं करूँगा। मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा, जिससे बीजेपी को फायदा हो।” विधायकों को शपथ दिलाने से पहले अशोक चव्हाण, उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने बहुमत होने का दावा भी पेश किया।
"फ्लोर टेस्ट के दिन, मैं 162 से अधिक विधायकों को लाऊंगा"
शरद पवार ने कहा कि "ये गठबंधन महाराष्ट्र के हित में है। हमारे बहुमत को साबित करने में कोई समस्या नहीं होगी। जो पार्टी से निलंबित है, वह कोई आदेश नहीं दे सकता है। अजित पवार का फैसला पार्टी का फैसला नहीं था। अजित ने सबको गुमराह किया है। फ्लोर टेस्ट के दिन, मैं 162 से अधिक विधायकों को लाऊंगा। यह गोवा नहीं है, यह महाराष्ट्र है। राज्य में बहुमत के बिना एक सरकार का गठन किया गया था। कर्नाटक, गोवा, और मणिपुर, भाजपा के पास कहीं भी बहुमत नहीं था लेकिन सरकार बनाई।"
"हमारी लड़ाई 'सत्यमेव जयते' के लिए है"
शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि "हमारी लड़ाई सिर्फ सत्ता के लिए नहीं है, हमारी लड़ाई 'सत्यमेव जयते' के लिए है। जितना आप हमें तोड़ने की कोशिश करेंगे, उतना ही हम एकजुट होंगे।" उन्होंने कहा कि "भाजपा को शिवसेना की ताकत का अंदाजा नहीं है। हमारी लड़ाई सत्ता के लिए नहीं है। अब हम अपनी ताकत का अहसास करवाएंगे।" वहीं, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि “हम 162 से अधिक हैं, केवल 162 नहीं। इसीलिए, राज्यपाल को हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।”