मुंबई: लंबे सियासी संग्राम के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस-NCP-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनना तय तो हो गया लेकिन तीन पहियों वाली इस सरकार के गठन से पहले एक और राजनीतिक ड्रामे की आहट सुनाई देने लगी है। दरअसल, तीनों दलों ने मिलकर मुख्यमंत्री पद पर तो फैसला कर लिया, कि वह शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे होंगे लेकिन अभी सरकार के मंत्रालयों को लेकर फैसला नहीं हो पा रहा है।
खबरे हैं कि मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस-NCP में खींचतान चल रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री पद लेकर शिवसेना फिलहाल इस खींचतान से बाहर है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शहरी विकास मंत्रालय, राजस्व मंत्रालय, गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालयों को लेकर कांग्रेस-NCP में सहमति नहीं बन पा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, शहरी विकास और राजस्व मंत्रालय को कांग्रेस अपने पास रखना चाह रही है और NCP की भी यही डिमांड है कि यह दोनों मंत्रालय NCP के पास रहे हैं। ऐसे में दोनों दलों के बीच खींचतान की स्थिति बन गई है। अब अगर यह स्थिति बनी रहती है तो हो सकता है कि कांग्रेस-NCP-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनने के साथ-साथ राज्य में एक और राजनीतिक ड्रामा देखने को मिले।