पटना: बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने बुधवार को कहा कि विपक्षी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के मद्देनजर अपने 'अहंकार' को छोडे़। बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिंह ने प्रदेश में विपक्षी महागठबंधन के नेताओं की लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद मंगलवार को पहली बैठक के एक दिन बाद इस आशय की टिप्पणी की है।
महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर), रालोसपा और विकासशील इंसान पार्टी शामिल है। सिंह ने कहा “हमें इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि बिहार में वर्तमान में केवल एक ही पार्टी वास्तव में मजबूत है, जो कि भाजपा है। हम सभी तुलना में बहुत कमजोर हैं। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि महागठबंधन के किसी भी घटक के लिए बेहतर मतदाता आधार और विधानसभा में अधिक संख्या बल के अनुसार दावा करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, '‘उन्हें (राजद को) विचार करने की जरूरत है कि राज्य में बड़ी पार्टी होने और अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद एक भी सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब क्यों नहीं रही। राजनीति में अहंकार उचित नहीं है।’’ सिंह ने कहा कि राजग की ‘बाजीगरी’ के बावजूद हम (कांग्रेस) एक सीट जीतने में सफल रहे थे। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में राजद ने बिहार के 19 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, पर एक भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली।