देहरादून. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का रविवार को नई दिल्ली में निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि वह शनिवार को नई दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में शामिल हुई थीं।
इंदिरा हृदयेश के निधन पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा 'डॉ. इंदिरा हृदयेश जी कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में सबसे आगे थीं। उन्होंने एक प्रभावी विधायक के रूप में अपनी पहचान बनाई और उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव भी था। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना है।'
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इंदिरा हृदयेश के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी की एक मज़बूत कड़ी, डॉ इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। वे अंत तक जन सेवा एवं कांग्रेस परिवार के लिए कार्यरत रहीं। उनके सामाजिक व राजनीतिक योगदान प्रेरणास्रोत हैं। उनके प्रियजनों को शोक संवेदनाएँ।"
उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने भी इंदिरा हृदयेश के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं, मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूँ।ठएक अन्य ट्वीट में तीरथ सिंह रावत ने कहा, "स्वo इंदिरा हृदयेश जी से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है। उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली। विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं। मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति।"